नक्सलियों के नाम पर लेवी मांगना पड़ा भारी : चार अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
चाईबासा:-नकली नक्सली बन कर ठेकेदारों से लेवी की वसूली करने वाले गिरोह का भंडाफोड करते हुए चार अपराधी को गिरफ्तार करने में भी सफलता हासिल हुई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने कहा कि नकली नक्सली बन कर चक्रधरपुर व सोनुवा थाना क्षेत्र में कंस्ट्रक्शन कंपनियों से पैसा वसूली करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें जितेन हांसदा उर्फ अविनाश हांसदा, ग्राम चित्पिल, थाना टोकलो। सुभाष दोराई ग्राम लाण्डुपदा, थाना कराइकेला। साधुचरण सुम्बरुई उफ दिकु, ग्राम सोमरा, थाना चक्रधरपुर व मानकी जामुदा उर्फ भोला, ग्राम बाइका, थाना मुफस्सिल चाईबासा को गिररफ्तार किया गया है।
एसपी ने कहा कि चक्रधरपुर थाना अंतर्गत एमएस चंडेल कंस्ट्रक्शसन कम्पनी द्वारा जारकी से परम जारकी मिडिल हाई स्कूल के पास ब्राह्मणी नदी पर एक पुलिया का निर्माण किया जा रहा था। कम्पनी के जारकी स्थित निर्माण स्थल पर बने कैंप पर24 अप्रैल को रात्रि करीब एक बजे अज्ञात7 व्यक्ति हथियार के साथ कैम्प में घूसकर कम्पनी के स्टाफ को जान मारने की धमकी देने लगें। उक्त सातों अज्ञात माओवादी नक्सली की ओर से प्रेषित एक नक्सली पर्चा कम्पनी स्टाफ को देकर काम बंद करने एवं काम करने के बदले लाखों रूपये की मांग किया गया। वहीं4 मई को रात्रि में8-10 अज्ञात अपराधियों द्वारा गोविन्दपुर पंचायत भवन में ठहरे एमएस अविनाश कम्पनी के मजदूरों को हरवे- हथियार से लैस होकर माओवादी नक्सली संगठन के नाम पर लेवी लेने के लिए धमकी देते हुए नक्सली पर्चा दिए। वहीं काम बंद करने की धमकी देते हुए पांच लाख रूपये लेवी के रूप में मांग किए।
इन दोनों कांड को देखते हुए संवेदकों की सुरक्षा एवं काण्ड के उद्यभेदन के लिए सहायक पुलिस अधीक्षक सह अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी कपील चौधरी के नेतृत्व में सोनुवा,चक्रधरपुर, कराईकला एवं मुफ्फसिल थाना के पुलिस पदाधिकारियों की टीम बना कर छापेमारी की गई। जिमसें जितेन हांसदा उर्फ अविनाश हांसदा, सुभाष दोराई, साधुचरण सुमरूई उर्फ दिकु और मानकी जामुदा उर्फ भोला को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से घटना में प्रयुक्त पांच मोबाईल एवं सात सिम बरामद की गई। इनके निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक देशी पिस्टल, तीन मोटरसाईकिल, दो नक्सली पर्चा, दो लोहे का बैरल आदी जप्त की गई। एसपी ने कहा कि गिरफ्तार अभियुक्तों ने दोनों घटना में अपनी संलिप्ता स्वीकार कर लिया है। यह गिरोह नकली नक्सली बन कर ठेकेदारों से लेवी का पैसा वसूलने का कार्य करने की तैयारी में लगे थे। इनके साथ चार अन्य साथी भी शामिल है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्त में से जितेन हांसदा उर्फ अविनाश हांसदा का अपराधिक इतिहास रहा है। उनके विरुद्ध विभिन्न थाना में सात मामले दर्ज हैं। छापामारी टीम में सोनुवा थाना प्रभारी रामप्रवेश कुमार राय, पंकज कुमार, रामसुरत यादव, प्रभारी तकनीकि शाखा चाईबासा राकेस खवास, विवेक पाल, सुरेन्द्र कुमार, पवन कुमार पाठक, पिंटू कुमार, सत्यम कुमार, तारकनाथ सिंह, मनकु कच्छप, प्रकाश किस्कू, प्रधान किस्कू, नमयन भेंगरा, सुधीर प्रधान, एरिक डुंगडुंग समेत अन्य जवान शामिल थे।