Jharkhand News : कोडरमा में पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर मनाई जाएगी होलिका दहन

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Holika Dahan will be celebrated in Koderma in view of environmental protection. Holika Dahan will be celebrated in Koderma in view of environmental protection.

कोडरमा:- आज होलिका दहन है और आज कोडरमा में पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर होलिका दहन मनाई जाएगी। लकड़ी के कम से कम इस्तेमाल के साथ लकड़ीस्वरूप गाय के गोबर से तैयार गौ कास्ट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा।

पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर कोडरमा गौशाला समिति एक अनोखी पहल कर रही है। गौ काष्ठ का निर्माण किया जा रहा है,जो देखने में पूरी तरह से लकड़ी जैसा लगता है जलावन में इसका इस्तेमाल भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है और होलिका दहन के मद्देनजर कोडरमा गौशाला ने बड़े पैमाने पर गौ कास्ट का उत्पादन किया है।

गौशाला समिति में गौ कास्ट के निर्माण के लिए एक मशीन भी लगाई गई है। जिसमें80प्रतिशत गोबर और20प्रतिशत लकड़ी या कोयले के चूर्ण का इस्तेमाल किया जाता है। दोनों के मिश्रण से इस मशीन में तकरीबन6इंच गोलाकार और चार फीट लंबी लकड़ी के शक्ल में गौ कास्ट तैयार होती है। इसमें गौशाला समिति के8से10लोग जुड़े हुए हैं। गौ कास्ट की कीमत भी महज10रुपये प्रति किलो निर्धारित की गई है,जो लकड़ी की अपेक्षा में काफी कम है।

अब तक परंपरागत जलावन के रूप में होटल,रेस्टोरेंट,घर और तमाम जगहों पर लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है,लेकिन लकड़ी के स्वरूप में बने इस गौ कास्ट से लकड़ी से निर्भरता भी लोगों की कम होगी। इसे देखते हुए वन विभाग भी कोडरमा गौशाला की इस पहल की सराहना की है और उम्मीद जताई है,कि ज्यादा से ज्यादा उत्पादन के साथ लोग इसका इस्तेमाल भी करेंगे।

गौ कास्ट के इस्तेमाल से धुएं का उत्सर्जन भी लकड़ी की अपेक्षा कम होता है और इसके इस्तेमाल से जंगलों की कटाई भी कम होगी। पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से कोडरमा गौशाला में तैयार गौ कास्ट का इस्तेमाल तो बेहतर भी है और पूजा पाठ हवन में भी इसकी शुद्धता की कोई बानगी नहीं होगी।


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