माओवादियों का दस्तक : दो साल बाद माओवादियों ने पोस्टर चिपकाकर दी दस्तक
गढ़वा:- गढ़वा जिले का चर्चित बूढ़ा पहाड़ से माओवादियों के हटने के करीब दो साल बाद गढ़वा जिले में एक साथ भाकपा माओवादियों ने रमकंडा, भंडरिया, बड़गड़ ओपी व रंका थाना क्षेत्र के गोदरमाना क्षेत्र में माओवादियों ने पोस्टर चिपकाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी है। इस तरह बुधवार की रात गढ़वा के इन सुदूरवर्ती क्षेत्रों में पोस्टर चिपकाये जाने की घटना से लोगों में फिर से दहशत का माहौल बनने लगा है। माओदियों की नजर विकास कार्यों में चल रही लेवी और बीडी पत्ता के व्यवसाय पर है। पिछले 24 घंटे मे जिले के बड़गड़, भंडरिया के इंदिरा गांधी चौक, रमकंडा के मनमोहर चौक व गोदरमाना क्षेत्र में पोस्टर चिपकाये जाने की सूचना मिलते ही पुलिस ने इन जगहों से पोस्टर जप्त कर लिया। पोस्टर के माध्यम से इन क्षेत्रों में निर्माण कार्य करा रहे संवेदकों को बगैर आदेश के काम नहीं करने की चेतावनी का उल्लेख किया गया है। इसके अलावे क्षेत्र के मुखिया, जनप्रतिनिधि, बीडीओ व सीओ को गरीबों का काम करने की चेतावनी दी गयी है। भाकपा माओवादी के गढ़वा, पलामू, लातेहार जोन के विक्रांत गंझू के नाम पर चिपकाये गये इस पोस्टर में एक मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक किया गया है।
पोस्टर के माध्यम से पुलिस मुखबिरों को भी कड़े शब्दों में चेतावनी दी गयी है। गौरतलब है कि रमकंडा, भंडरिया, बड़गड़, गोदरमाना व रंका क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना व विशेष प्रमंडल से संचालित होने वाले एक दर्जन से अधिक योजनाओं पर निर्माण कार्य चल रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इन योजनाओं में माओवादीयों ने दहशत बनाकर लेवी वसूलने के लिये पोस्टर चिपकाकर दहशत बनाने का प्रयास किया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दो वर्षों से इन क्षेत्रों में कमोबेस छोटी घटनाओं को अंजाम देकर दहशत बनाने वाले उग्रवादी संगठन जेजेएमपी और पुलिस के बीच मुठभेड़ के बाद इस क्षेत्र से उग्रवादी संगठनों का प्रभाव पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। पुलिस की ओर से उग्रवादी संगठनों पर लगातार कार्रवाई के बाद से इस क्षेत में बेख़ौफ़ विकास योजनायें संचालित हो रही थी। लेकिन इसी बीच माओवादियों के पोस्टर ने फिर से दहशत फैला दिया। तो वंही करीब दो वर्ष पहले बूढ़ा पहाड़ से माओवादियों के भागने के बाद भंडरिया व बड़गड़ क्षेत्र में केंदू पत्ता का व्यवसाय भी बेख़ौफ़ रूप से होता रहा। पुलिस सूत्र बताते हैं कि इन दो वर्षों में माओवादियों तक लेवी नही पहुंचा। बताया जाता है कि मार्च महीना से शुरू होने वाले केंदू पत्ता के व्यवसाय पर भी माओवादियों का वर्चस्व कायम करने के लिये पोस्टर चिपकाने की बात कही जा रही है। इस संबंध में गढ़वा पुलिस अधिक्षक दीपक कुमार पांडेय ने कहा कि रंका अनुमंडल के इन चार जगहों पर भाकपा माओवादी के नाम पर किसी के द्वारा पोस्टर चिपकाया गया है। यह प्राइमरी स्टेज है। आने जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी की जांच की जा रही है। जल्द ही इस मामले का उद्भेदन किया जायेगा।