Women Reservation Bill : चर्चा के दौरान खूब गरजे निशिकांत दुबे, कहा : महिला आरक्षण बिल को कांग्रेस ने बनाया लॉलीपॉप, जो गोल मारता है...

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Women Reservation Bill PER CHARCHA KE DAURAN NISHIKANT DUBEY KHOOB GARJE

Women Reservation Bill :संसद के विशेष सत्र का तीसरा दिन है। लोकसभा में आज महिला आरक्षण बिल यानी "नारी शक्ति वंदन अधिनियम" पर चर्चा हो रही है। इस बिल पर चर्चा के दौरान गोड्डा के बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने भी भाग लिया। हालांकि जैसे ही वे चर्चा में भाग लेने के लिए खड़े तो कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया कि एक पुरुष क्यों बोल रहा है।


हंगामे के बीच खड़े हुए अमित शाह

विपक्ष के इस हंगामे के बाद केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह खड़े हुए और कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी से कहा कि 'क्‍या महिलाओं की चिंता केवल महिलाएं ही करेंगी, पुरुष नहीं कर सकते?' इसके बाद निशिकांत दुबे ने अपनी बात रखी। चर्चा में भाग लेते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि उनकी मां देवघर एम्स में भर्ती हैं और उन्होंने फोन करके उनसे कहा है कि अगर सरकार उन्हें इस बिल पर चर्चा का मौका दे तो वे जरूर अपनी बात रखें।

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"बिल लाएं हैं तो कांग्रेस को हो रही दिक्कत"

गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि हम बिल लाए तो कांग्रेस को दिक्कत है। कांग्रेस ने इस आरक्षण बिल का लालीपॉप बनाए रखा लेकिन अब महिलाओं को अधिकार मिलकर रहेगा। उन्होंने भाषण के दौरान कांग्रेस से सवाल किया और पूछा कि कांग्रेस ने अपनी सरकार में आरक्षण क्यों नहीं दिया?


निशिकांत दुबे ने सुषमा स्वराज को किया याद

सोनिया गांधी ने कहा कि मुझे लग रहा था कि सोनिया गांधी बोल रही थीं तो वे राजनीति से ऊपर उठकर बोलेंगी। मैं उनका सम्मान करता हूं। इस बिल को लेकर सबसे ज्यादा आवाज उठायी तो वो हैं पश्चिम बंगाल की गीता मुखर्जी और सुषमा स्वराज ने लेकिन आपने उनका एक बार भी जिक्र नहीं किया।

"..जो गोल मारता है, उसका ही होता है नाम"

विरोधियों पर चुटकी लेते हुए बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि जो गोल मारता है, वो उसी के नाम से जाना जाता है। ये बिल पीएम मोदी लेकर आए हैं इसलिए उन्हीं का गोल माना जाएगा। इसमें विरोधी दल क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे हैं।

..जब सोनिया गांधी ने पकड़ी थी कॉलर

निशिकांत दुबे ने कहा कि साल 2009 में सांसद बनकर आया। राजनाथ सिंह से लेकर अनुराग ठाकुर के साथ काम करने का मौका मिला। 2010 में ये बिल पास हो गया, 2011 में ये लागू नहीं करना चाहते थे। जब बिल पेश किया जा रहा था, तब इनके सहयोगी दलों के सांसद को इसी बेल में इन कांग्रेस के सांसदों ने पीटा था। तब सबसे पहले सोनिया गांधी ने उनकी कॉलर पकड़ी थी और इनके साथ वाले सांसदों ने उन्हें पीटा था. तब मुलायम सिंह ने कहा था कि बीजेपी के सांसद नहीं होते तो हमारा सांसद नहीं बचता.

लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा में भाग लेते हुए बीजेपी के निश‍िकांत दुबे ने कहा कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने खुद तो यह बिल पारित कराया नहीं और आज नरेंद्र मोदी सरकार बिल लाई है तो संविधान का सवाल खड़ा कर रहे हैं।