Women Reservation Bill : चर्चा के दौरान ललन सिंह का प्रहार, मोदी सरकार की मंशा पर खड़े किए सवाल, कहा : 2024 का ये सबसे बडा़ जुमला
Women Reservation Bill : संसद के विशेष सत्र का आज तीसरा दिन है। लोकसभा में आज महिला आरक्षण बिल यानी "नारी शक्ति वंदन अधिनियम" पर चर्चा हो रही है। इस बिल पर चर्चा के दौरान नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद ललन सिंह खूब गरजे और मोदी सरकार पर तीखा प्रहार किया।
मोदी सरकार की मंशा पर खड़े किए सवाल
जेडीयू सांसद ललन सिंह ने मोदी सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि हम इस बिल का समर्थन करते हैं क्योंकि हम महिला सशक्तिकरण का समर्थन करते हैं। सरकार की मंशा महिलाओं को आरक्षण देने का नहीं है, यह इनका जुमला है। यह साल 2024 का सबसे बड़ा जुमला है। ये ऐलान इन्हें 26 पार्टियों के गठबंधन से डरकर करना पड़ा। ये महिलाओं को छलने का काम कर रहे हैं।
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जेडीयू बोली - ये 2024 का सबसे बडा़ जुमला
मोदी सरकार पर बरसते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद ललन सिंह ने कहा कि अगर इनकी मंशा होती हो ये 2021में जाति आधारित जनगणना कराते। ये समय की मांग है कि जातिगत जनगणना करायी जाए। अगर जातीय जनगणना करायी होती तो आज महिला आरक्षण बिल पास हो जाता। इस देश की जनता आपको जान गई है, आपके किसी जुमले पर भरोसा नहीं है।
"बिहार की नीतीश सरकार से सीखिए"
ललन सिंह ने नीतीश सरकार के काम की तारीफ करते हुए हुंकार भरी और कहा कि बिहार से सीखिए। बिहार पहला राज्य है, जहां साल 2005 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनी, साल 2006 में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया। फिर 2015 में महागठबंधन की सरकार बनी तो राज्य सरकार की सभी सेवाओं में महिलाओं को 35% आरक्षण दिया।
"घबराहट में लाया गया है ये बिल"
इसके साथ ही ललन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी कल आंकड़ों की बात कर रहे थे लेकिन आंकड़ा तो आपके पास 2019 से है, तब क्यों नहीं किया लेकिन जब पटना, मुंबई और बेंगलुरु में बैठक हुई तो घबराकर ये लोग इस बिल को लाए। इस सरकार को महिला सशक्तिकरण से कोई लेना-देना नहीं है। इस सरकार को सिर्फ और सिर्फ कुर्सी से मतलब है।