नालंदा में गरजे असम के CM हिमंत बिस्वा : बोले-बिहार,असम और बंगाल के लिए NRC जरुरी, राहुल गांधी को लिया आड़े हाथ

पटना : नालंदा विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में शामिल हुए असम के CM हेमंत बिस्वा सरमा ने I.N.D.I.A. एलाइंस पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का जो एलाइंस हुआ है इसका असली मकसद है भारत के हिंदुत्व को कमजोर करना और सनातन के खिलाफ काम करना। ये विपक्षी दल देश की सभ्यता और संस्कृति को बर्बाद कर देना चाहती है।
दरअसल हिमंत बिस्वा सरमा नालंदा विश्वविद्यालय में लोकतंत्र का वैशाली उत्सव में लोकतंत्र की जननी विषय पर आयोजित सेमिनार में शामिल होने के लिए बिहार आए हैं। कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगला जो लोकसभा चुनाव होगा यह सिविलाइजेशनल का फाइट होगा और हमारे भारत का लोग सनातन को सुरक्षित रखेगा।
उन्होंने आगे कहा कि इंडिया में लोकतंत्र का सफ़र 5000 साल पहले का है, लोकतंत्र की शुरुआत 1947 से नहीं हुई है। दिल्ली में बैठे कुछ लोग सोचते हैं की उन्होंने डेमोक्रेसी लाया। लेकिन हक़ीक़त है ये डेमोक्रेसी यहाँ के लोगों ने लाया। हमें अपने टेक्स्ट बुक में इस बात का सुधार करना चाहिए की 1947 से देश में लोकतंत्र आया लोगो को ये बताना होगा की भारत लोकतंत्र की जननी है। प्रधानमंत्री इस बात का जिक्र करते हैं।
वहीं बिहार के शिक्षा मंत्री की ओर से रामायण की चौपाई और सनातन धर्म पर सवाल उठाने के मामले पर कहा कि ये सारे बयान राहुल गाँधी दिलवा रहे हैं। ण्डिया गठबंधन का एक ही एजेंडा सनातन को खत्म करो हिन्दू को ख़त्म करो। राहुल ने ऐसे बयान देने वालो को मन्त्रीमण्डल से हटाने की बात क्यों नहीं कही. ऐसे बयान देने वाले दलों से गठबंधन क्यों नहीं तोड़ा। इसी बीच उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि बिहार, असम और बंगाल के लिए रोहिंग्या चुनौती बने हुए हैं। इन राज्यों के लिए NRC जरुरी है, बाहरी लोगो की पहचान होनी चाहिए। असम में दिसंबर महीने में CAA को लेकर आएगा बिल।