'पीएम विश्वकर्मा' योजना की लांचिंग आज : PM मोदी कारीगरों और शिल्पकारों को देंगे बड़ा तोहफा, इन्हें मिलेगा लाभ, ऐसे कर सकेंगे आवेदन

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Launch of 'PM Vishwakarma' scheme today

PM Vishwakarma Yojana :प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज देशवासियों को बड़ी सौगात देने वाले हैं। विश्वकर्मा पूजा के मौके पर पीएम मोदी पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए 'पीएम विश्वकर्मा' (PM Vishwakarma) योजना की शुरुआत करेंगे। इस योजना के बारे में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने घोषणा भी की थी। साथ ही इस योजना के बारे में केन्द्रीय बजट 2023-24 में भी ऐलान किया गया था।

पीएम मोदी देंगे आज बड़ा तोहफा

'पीएम विश्वकर्मा' (PM Vishwakarma) योजना में मोदी सरकार 13 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी। ये खर्च वित्तीय वर्ष 2027-28 तक के लिए रखा गया है। गौरतलब है कि पीएम मोदी का पारंपरिक शिल्प में लगे लोगों को सहायता प्रदान करने पर फोकस रहा है। यह फोकस न केवल कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करने बल्कि स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति और विविध विरासत को जीवित और समृद्ध बनाए रखने की इच्छा से भी प्रेरित है।

कारीगरों और शिल्पकारों को मिलेगा लाभ

इस योजना के तहत बायोमेट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल का इस्तेमाल करके कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से विश्वकर्माओं का फ्री रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड, बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग से जुड़े स्किल अपग्रेडेशन, 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन, 5% की रियायती ब्याज दर पर 1 लाख रुपये (पहली किस्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किस्त) तक कोलेटरल फ्री क्रेडिट सपोर्ट, डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए इन्सेंटिव और मार्केटिंग सपोर्ट के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही स्किल ट्रेनिंग के साथ 500 रुपये प्रतिदिन स्टाइपेंड मिलेंगे।

बड़ी बात ये है कि केन्द्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को मिलेगा। इस योजना के तहत 18 पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया गया है, जिनके नाम हैं : कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, लोहार, ताला बनाने वाले, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राज मिस्त्री, डलिया, चटाई और झाड़ू बनाने वाले, पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, मछली का जाल बनाने वाले को फायदा होगा।

ऐसे कर सकते हैं आवेदन

विदित है कि इस योजना में परिवार का केवल एक सदस्य ही आवेदन दे सकता है। कारीगरों को आत्मनिर्भर करने के लिए सरकार 3 लाख रुपये तक का लोन भी देगी। यह लोन दो किस्त में दी जाएगी। इस लोन पर 5 फीसदी का रियायती ब्याज दर लगेगा। अगर आप इस योजना में आवेदन करना चाहते हैं तो आप पीएम विश्ववकर्मा योजना के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।