JHARKHAND NEWS : हजारीबाग में खनन घोटाले की बू, वरदान संस्था पहुंची एनजीटी और डीजीपी के पास

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RANCHI : हजारीबाग जिला में अवैध खनन की बू आ रही है. वरदान संस्थान ने एनजीटी, वन सचिव, खान सचिव, डीजीपी के साथ राज्य के GDP से शिकायत की है. पुरा मामला हजारीबाग जिला खनन पदाधिकारी अजीत कुमार पर अवैध रूप से बालू का स्टॉक यार्ड हेतु चालान निर्गत करने का आरोप लगा है. जबकि बालू उठाव पर NGT पहले से ही रोक लगा रखा है. उसके बाद भी खनन पदाधिकारी बालू उठाव के लिए चलान निर्गत कर रहे है.

जिला खनन पदाधिकारी क्या है आरोप

वरदान ट्रस्ट की तरफ से एनजीटी कोलकाता, वन सचिव, खान सचिव, डीजीपी को लिखे पत्र में कहा है कि एनजीटी के आदेशानुसार 10 जून से झारखंड में नदियों से बालू का उठाव पर रोक है. उसके बावजूद जिला खनन पदाधिकारी अजित कुमार की तरफ से मनमाने तरीके से बिना जांचे-परखे बड़कागांव प्रखंड में करीब दस बालू भंडारण के लिए चालान जारी किया गया है.

इन बालू स्टॉक यार्ड को निर्गत किया गया चलान

1. मनोज दांगी सैंड स्टॉक यार्ड सिवाडीह

2. अशोक कुमार महतो सैंड स्टॉक यार्ड तलवार

3. आरुषि एंटरप्राइज सेंड स्टॉक यार्ड लुकाइया

4. कार्तिक सैंड स्टॉक यार्ड नवाटांड़

5. पूनम एंटरप्राइ सेंड स्टॉक यार्ड करमाटांड़ व अन्य को मनमाने तरीके से उनसे अवैध वसूली कर के बालू स्टॉक यार्ड हेतु चालान वितरण किया है. मुख्य बात यह है कि हजारीबाग जिले में सबसे अधिक बालू स्टॉक यार्ड बड़कागांव में ही जारी किया गया है. जिनके आसपास कुछ दूरी पर नदियां हैं. जिससे उनकी संदिग्ध भूमिका प्रदर्शित होती है.

संस्था ने की इन बिंदुओ पर जांच की मांग

बड़कागांव में प्रखंड में जिला खनन पदाधिकारी द्वारा बालू स्टॉक यार्ड के बालू का मिलान किया जाए कि उतना बालू कहां से किस नदी से कब लाया गया? और उस नदी के बालू से उसका मिलान किया जाए. जिस नदी से बालू का स्टॉक लाना दिखाया गया है. जिस स्थान के नदी से और वाहनों से बालू लाना दिखाया गया है. उसके वाहनों का जीपीएस डिटेल, वाहनों के विवरण का डाटा एंट्री, फोटो और उक्त वाहनों को स्टॉक यार्ड धारकों कि ओर से किस खाते से किसको कितना भुगतान किया गया है. स्टॉक यार्डों में जितना सीएफटी बालू का चालान निर्गत किया गया है. उतना का स्टॉक का फोटो, भंडारण है या नही? इत्यादि बिंदुओं पर जांच का मांग किया गया है. इसके अलावे स्टॉक यार्ड में उपलब्ध बालू का मिलान उक्त क्षेत्र के आसपास के नदियों से किया जाए. उपरोक्त बिंदुओं पर जांच से स्पष्ट हो जाएगा कि जिला खनन पदाधिकारी अजित कुमार ने बालू कारोबारियों से सांठगांठ कर, पद का दुरुपयोग कर, उनसे अवैध वसूली कर स्टॉक यार्ड का चालान वितरण किया गया है. जो उनकी सोची समझी योजना के तहत किया गया है.

नदियो से हुआ अवैध बालू का उठाव

हजारीबाग जिले में सिर्फ उन्हीं जगहों पर बालू के स्टॉक यार्ड का चालान जारी किया गया है. जिसके आसपास नदी है. क्योंकि उनकी मानसिकता स्टॉक यार्ड के नाम पर आसपास के नदियों से बालू का उठाव कर बाजार में स्टॉक यार्ड चालान के नाम पर ऊंची कीमतों में बाजार में बेचा जाए और राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के आदेशों का खुलेयाम उल्लंघन करने आरोप लगाया गया है.