EOU की जांच हुई तेज : सिपाही भर्ती परीक्षा मामले में कुछ और लोगों की हो सकती है गिरफ्तारी

patna:-सिपाही भर्ती परीक्षा में मामले में कई और अपराधियों की गिरफ्तारी हो सकती है.पूरे मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई(EOU)कर रही है.इस मामले में कुल 61 अलग-अलग एफआईआर दर्ज किया गया था.इन सभी एफआईआर को ईओयू ने अंटरटेक कर जांच शुरू कर दी है.इसकी पुष्टि आर्थिक अपराध इकाई के एसपी सुशील कुमार और एडीजी नैय्यर हसनैन खां ने भी की है.इस मामले में कई और गिरफ्तारी हो सकती है.
EOU ने सभी केस को किया टेकओवर
ईओयू के एसपी सुशील कुमार ने कहा कि सभी सूचनाओं का समावेश कर अनुसंधान किया जा रहा है.सभी 61 केस को टेकओवर करके अनुसंधान किया जा रहा है.अगर इस परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर पुष्टि होती है तो फिर उस हिसाब से कार्रवाई की जाएगी.वहीं एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है,यह टीम पूरे मामले की तहत तक जाएगा.
बरामद चिट की जांच
वहीं इस मामले में कुछ कोचिंग संचालक की भूमिका की भी जांच की जा रही है क्योंकि पटना में परीक्षार्थी के पास से चिट मिली थी जिसपर आंसर लिखा हुआ था,जांच टीम यह पता करने की कोशिश कर रही है कि ये चिट परीक्षार्थी को कहां से मिला था और इसे तैयार करने मे किसकी भूमिका थी.
पेपर लीक से इंकार
वहीं 1 अक्टूबर को हुई परीक्षा में पेपर लीक होने को को केन्द्रीय चयन पर्षद खारिज कर रही है.खुद पर्षद के अध्यक्ष संजीव कुमार सिंघल ने प्रश्न पत्र लीक होने के से इंकार कर दिया है.उन्हौने कहा कि 1 अक्टूबर को हुई परीक्षाएं बिल्कुल शांतिपूर्वक और पारदर्शिता के साथ ली गई है.हमने इस पूरे मामले में कई मेकनिज्म बनाए थे और फर्जीवाड़ा करने वाले की कोशिश करने वाले जो लोग थे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई है और कहीं से भी कोई क्वेश्चन आउट नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि आगे जो परीक्षा होगी उनके लिए और भी अच्छे इंतेजाम किये जा रहे हैं. लेकिन से जब पूछा गया कि कई स्थानों पर काफी अनियमितता की शिकायत मिली है.