BSEB STET Exam 2023 : STET परीक्षा के आंसर की में गलती के बाद BSEB की सफाई, कहा : गलत आंसर की हुआ अपलोड

PATNA :BSEB यानी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद भारी बवाल मचा हुआ है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने STET परीक्षा के 'आंसर की' में बड़ी गलती की है, जिसे लेकर अभ्यर्थियों में काफी नाराजगी भी देखी जा रही थी। इस बीच कशिश न्यूज़ ने इस मामले को काफी जोर-शोर से उठाया, जिसका तुरंत ही असर हुआ और फिर BSEB को इस पूरे मामले पर सामने आकर सफाई देनी पड़ी है।
BSEB की सफाई
BSEB यानी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने "आंसर की" को लेकर गलती मानी है और सफाई देते हुए कहा है कि पेपर-1 में साइंस का ग़लत "आंसर की" अपलोड किया गया है लिहाजा दोबारा "आंसर की" अपलोड किया जाएगा। साइंस का गलत "आंसर की" अपलोड होने से भ्रम की स्थिति पैदा हो गयी थी। BSEB यानी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का कहना है कि "आंसर की" तैयार करने वाले एक्सपर्ट से जवाब मांगा जाएगा।
BSEB की बड़ी लापरवाही
गौरतलब है कि इस मामले को कशिश न्यूज़ ने पहले ही उठाया था कि 'आंसर की' में 20 से अधिक ऐसे प्रश्न हैं, जिनके उत्तर ग़लत हैं। विज्ञान विषय के प्रश्न-पत्र-1 में कई गलतियां सामने आयी हैं। जैसे आंसर की में चिपको आंदोलन का नेतृत्वकर्ता इंदिरा गांधी को बताया गया है। वहीं, हीरा कुंड जल विद्युत केंद्र बिहार में बताया गया है।
इसके अलावा आंसर की में दाढ़ी बनाने में समतल दर्पण को प्रयुक्त बताया गया है। साथ ही चिपको आंदोलन का उद्देश्य साक्षरता बढ़ाना बताया गया है। यही नहीं, लेंस की क्षमता का मात्रक मीटर बताया गया है। फिलहाल आंसर की की गलतियों को देखकर अभ्यर्थियों में काफी गुस्सा है।
'आंसर की' में 20 से अधिक ऐसे प्रश्न हैं, जिनके उत्तर ग़लत हैं। विज्ञान विषय के प्रश्न-पत्र-1 में कई गलतियां सामने आयी हैं। जैसे आंसर की में चिपको आंदोलन का नेतृत्वकर्ता इंदिरा गांधी को बताया गया है। वहीं, हीरा कुंड जल विद्युत केंद्र बिहार में बताया गया है।
इसके अलावा आंसर की में दाढ़ी बनाने में समतल दर्पण को प्रयुक्त बताया गया है। साथ ही चिपको आंदोलन का उद्देश्य साक्षरता बढ़ाना बताया गया है। यही नहीं, लेंस की क्षमता का मात्रक मीटर बताया गया है। फिलहाल आंसर की की गलतियों को देखकर अभ्यर्थियों में काफी गुस्सा है।
BSEB द्वारा जारी ANS KEY पर एक नजर डालिए:
- जीवाणु जनित रोग के समूह में : पोलियो
- विद्युत हीटर में प्रयुक्त तार : तांबा
- विद्युत का अच्छा चालक : प्लास्टिक
- चिपको आंदोलन का उद्देश्य : साक्षरता बढ़ाना
- मृदा अपरदन को रोकने के लिए : सिंचाई
- शक्ति का मात्रक : जुल व प्रतिरोधकता का मात्रक : ओम बताया है।
- डायनेमो : रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलता है।
- अपसारी लेंस में : उत्तल
- लेंस की क्षमता का मात्रक : मीटर
- प्रकाश के परावर्तन के नियम : एक
- विभवांतर मापने के लिए : गेलवनोमीटर
- अंतरिक्ष यात्री को आकाश का रंग : नीला
- तेल लगा कागज को : अपारदर्शी
- जनसंख्या में भारत की वैश्विक स्थिति : तीसरा
- फल पकाने वाले हार्मोन : जिबरेलिन
- चिपको आंदोलन का नेतृत्व : इंदिरा गांधी
- कोयला का सर्वोत्तम प्रकार : बिटुमिनस
- मानस वन्य जीव अभ्यारण : पंजाब
- हीराकुंड जल विद्युत केंद्र : बिहार
- दाढ़ी बनाने में प्रयुक्त दर्पण : समतल
- बम्बई हाई से किसका उत्पादन होता है : स्टील
- वायु प्रदूषण से प्रभावित अंग : मस्तिष्क
- आनुवांशिकता के जनक : वाटसन
- ओजन परत ह्रास : नाइट्रस ऑक्साइड
- वैरियोला वायरस : मलेरिया
- SONAR में : सुनने योग्य तरंग प्रयुक्त होते हैं।
- ध्वनि तरंग सबसे ज़्यादा : निर्वात में गमन करती।
गौरतलब है कि अभ्यर्थियों को 50 रुपये ऑनलाइन पेमेंट करने के बाद 'आंसर की' मिल रहा है। वहीं, आपत्ति दर्ज कराने में भी प्रति प्रश्न 50 रुपये का शुल्क लग रहा है। फिलहाल इसतरह का गलत आंसर की उपलब्ध कराने को लेकर अभ्यर्थियों के बीच काफी नाराजगी है।