बाप से भी एक कदम आगे निकली बिटिया : सुपर कॉर्प शिवदीप लांडे हुए भावुक, कुछ यूं बयां की ख़ुशी

DESK : बच्चे अगर अपने पिता से भी दो कदम आगे निकल जाते हैं तो हर पिता को काफी गर्व महसूस होता है। कुछ ऐसी ही ख़ुशी बिहार के सुपर कॉर्प के नाम से मशहूर DIG शिवदीप लांडे ने सोशल मीडिया के माध्यम से साझा की है। बता दें कि इन दिनों शिवदीप लांडे कोसी रेंज के डीआईजी के पद पर कार्यरत हैं।
DIG शिवदीप लांडे पोस्ट कर कहा कि 'आज मेरी बेटी अरहा ने ख़ुद से मुम्बई में गणपति बाप्पा की स्थापना की और आज मुझे अपना बचपन याद आ गया। मैंने कक्षा चार में प्रथम बार गणपति को घर लाया था और मेरी बेटी ने तीसरी कक्षा में ही ये जिम्मेदारी उठा ली। बाप्पा सभी के दुख हरते हुए सब को सुखी रखें। गणपति बाप्पा मौर्या 🙏🏻'
अभी कुछ दिनों पहले ही DIG शिवदीप लांडे ने सूबे की जनता के नाम खास संदेश भेजा है। शिवदीप लांडे ने सोशल मीडिया पोस्ट के द्वारा जनता से कहा है कि अगर हमारे घर या आस-परोस में ऐसी कोई अपराध हो तो घर तक मामलों को न रखें। हमें और संवेदनशील होना होगा। आगे आएं और ऐसे भेड़ियों का सामना करें... मैं भी अपने शक्ति से आपके साथ खड़ा रहूँगा।
शिवदीप लांडे ने पोस्ट कर कहा कि 'मेरे अब तक के पुलिस ड्यूटी के कार्यकाल में मैंने विविध तरह के अपराध, गंभीर जुर्म, मार्मिक दृश्य देखे हैं और साथ ही साथ ऐसे अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों को देखा और निपटा भी है। किसी भी अपराध को अंजाम देने वाले व्यक्ति की मानसिकता देखी है और किसी भी अपराध के प्रति समाज के आक्रोश और प्रतिक्रिया भी देखी है।
जब भी किसी व्यक्ति विशेष के साथ कोई अपराध घटित होता है तो सबसे पहले वो व्यक्ति अपने परिवार से उम्मीद रखता है की उसके अपने उसके साथ खड़े हो और ऐसे किसी भी अपराध के खिलाफ संग एक जंग को लड़े। न्याय प्रक्रिया में आने वाले किसी भी संस्थान या व्यक्ति का अभिनय इसके बाद आता है। हाल ही में मेरे समक्ष एक मेरे दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया। मेरे संज्ञान में एक छोटी लड़की का संवेदनशील मामला आया । इस लड़की के साथ तक़रीबन 5 साल पहले उसके शिक्षा संस्थान में यौन उत्पीड़न हुआ जबकि ये लड़की महज़ कक्षा 7 की विद्यार्थी थी।
हालंकि ये मामला कभी सामने नहीं आया परन्तु जब इस लड़की को मनोवैज्ञानिक चिकित्सा की जरूरत पड़ी तो प्रकाश में आया। मैंने जब मामला को खांगाला तो दंग रह गया की इस घृणित क्रिया में उस संस्थान की एक महिला शिक्षिका के भी अभिनय की बात सामने आयी । चुकी ये मामला 5 वर्ष पुराना था और मेरी पदस्थापना 2 वर्ष पूर्व था तो मैंने इस केस से सम्बंधित सभी बिन्दुओ पर अविलम्ब करवाई के आदेश दिया। साथ ही साथ मैंने सभी से अपील किया की अगर कोई और ऐसे अपराध की जानकारी रखते हैं तो सीधा मेरे से सम्पर्क करें। इस अपील के तुरंत बाद मेरे से 2-3 लड़कियों ने सम्पर्क किया। हालंकि मेरे आदेश से मेरे जिला पुलिस टीम ने इस मामले से सम्बंधित सभी आरोपियों को 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दिया है।
मैं ये पोस्ट आज इस केस के सफलता के लिए नहीं कर रहा परन्तु मैं पिछले 2 दिनों से ये सोच रहा की हमारा समाज किस तरफ जा यहा है। ये छोटी से बच्ची जो पिछले 5 सालों से निरंतर एक ऐसे अपराध की शिकार हो रही थी जिसको शायद इसने किसी से साझा करने की हिम्मत न की हो और साथ साथ परिवार भी एक गहरी दुख का सामना कर रहा था। मेरा आप सभी से पुरे दिल से अपील है की अगर हमारे घर या आस-परोस में ऐसी कोई अपराध हो तो घर तक मामलों को न रखें। हमें और संवेदनशील होना होगा। आगे आएं और ऐसे भेड़ियों का सामना करें... मैं भी अपने शक्ति से आपके साथ खड़ा रहूँगा।