'किसानों के मसीहा' को भारत रत्न : भारत के पांचवें प्रधानमंत्री को मिलेगा सर्वोच्च सम्मान, जानें क्या रहा कीर्तिमान
DESK : देश की तीन विभूतियों को एक साथ भारत रत्न देने का ऐलान किया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर ये जानकारी दी है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था।
बता दें कि चौधरी चरण सिंह भारत के पांचवें प्रधानमंत्री रहे। हालांकि उनका कार्यकाल जुलाई 1979 से जनवरी 1980 तक का ही रहा। इससे पहले वे दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे और चौधरी साहब भारत के किसानों के चैंपियन माने जाते हैं। किसान परिवार में जन्मे चौधरी चरण सिंह ने पूरा जीवन किसानों और उनके परिवारों के उत्थान में लगा दिया। कड़ी मेहनत, स्वतंत्रता और समझौता ना करने वाली ईमानदारी उनकी पहचान रही है।
आजादी की लड़ाई के दौरान चौधरी चरण सिंह कई बार जेल गये। अपने पूरे जीवन में उन्होंने किसानों और उनके परिवारों के उत्थान के लिए काम किया। उनसे जुड़े मूल्य हैं कड़ी मेहनत, स्वतंत्रता और समझौता न करने वाली ईमानदारी। भारत की आजादी के लिए वे कई बार जेल गए। जब चौधरी साहब को भारत रत्न देने का ऐलान हुआ। तब उनके पोते जयंत चौधरी ने पोस्ट किया कि दिल जीत लिया।
क्या है भारत रत्न
भारत रत्न देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। अलग-अलग क्षेत्रों में असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है। 1954 में पहली बार तीन लोगों को भारत रत्न दिया गया। भारत रत्न के लिए प्रधानमंत्री की तरफ से होती है सिफारिश। पुरस्कार के रुप में प्रमाण पत्र और पदक मिलता है। भारत रत्न के साथ कोई धनराशि नहीं दी जाती है। भारत रत्न हासिल करने वालों को कई सुविधाएं मिलती है।
}