धूमधाम से मना वार्षिकोत्सव : 'परिवर्तन' थीम के साथ मनाया गया ज्ञान ज्योति आवासीय विद्यालय का एनुअल फंक्शन

ARA :स्थानीय ज्ञान ज्योति आवासीय विद्यालय का 18वां वार्षिकोत्सव इस वर्ष के ‘परिवर्तन’ थीम के साथ धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई। विधिवत उद्घाटन पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार, उपविकास आयुक्त विक्रम वीरकर, भाई ब्रह्मेश्वर, प्रो. रणविजय, डॉ. कुमार जितेन्द्र, सुमन जैन, डॉ. आदित्य विजय जैन, डॉ. सीपी जैन, प्रदीप नारायण दास आदि द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय के निदेशक डॉ. आदित्य विजय जैन ने बताया कि इस वर्ष के समारोह का थीम ‘परिवर्तन’ रखा गया है। आज पिछले 50-70 वर्ष पहले के काल से आज के आधुनिक काल की उन्नतियों की झलकियां प्रस्तुत की जाएगी।
मुख्य अतिथि स्वरूप पधारे प्रमोद कुमार यादव, भापुसे, पुलिस अधीक्षक भोजपुर ने कहा कि ‘‘जीवन में चलते रहना सबसे जरूरी है और चलते हुए विकास करना ही परिवर्तन है और इस थीम से समाज से लगाव होता है। जो नहीं चलता, रूग्ण हो जाता है।’’ पुलिस अधीक्षक महोदय ने उपस्थित अभिभावकों को विशेष रूप से संबोधित करते हुए नैतिक शिक्षा पर बल दिया और कहा कि बच्चों का प्राथमिक विद्यालय उनका परिवार ही होता है।
विद्यालय में शिक्षक तो कुछ समय के लिए ही शिक्षा देते हैं और अनुशासन सिखाते हैं लेकिन अभिभावकों को उन्हें सदैव शिक्षा देनी है। आज का परिवर्तन थीम सचमुच परिवर्तन का प्रतीक है। आज के इस कार्यक्रम के निमंत्रण में ग्रैंड पैरेन्ट्स को विशेष रूप से निमंत्रित करना सचमुच विद्यालय परिवार की दृष्टि भारतीय संस्कृति दर्शाता है।
अभिभावकों से कहा कि उनके बच्चे अच्छे हाथ में हैं और विद्यालय प्रशासन या शिक्षक द्वारा यदि बच्चों को छोटी-मोटी बातों पर डांटा जाता है अथवा दंड दिया जाता है तो इसके लिए अभिभावकों को विद्यालय परिवार या शिक्षकों से शिकायत नहीं करनी चाहिए बल्कि बच्चों को समझाना चाहिए कि एक बार वे स्वयं का मूल्यांकन करें कि उनकी कमी कहां है।
शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों को भी चाहिए कि वे बच्चों के कमजोर बिंदु पर ध्यान दें और उनके अभिभावकों से इसपर खुलकर बातें करें। पुलिस अधीक्षक महोदय ने कहा कि बच्चों को पुरस्कृत करने से बच्चों में प्रेरणा मिलती है।
उप विकास आयुक्त विक्रम वीरकर ने संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के प्रदर्शन पर अभिभावक गर्व कर रहे हैं। अभिभावकों से कहा कि कोई कोई बच्चा सभी क्षेत्रों में सम्पूर्ण नहीं हो सकता है। हम कोई भी चीज और ... और... और अच्छी चाहते हैं। हमें 100 प्रतिशत की खोज में 40 से 50 प्रतिशत वाली चीज को खो नहीं देना चाहिए। बच्चों की खुशी बरकरार रखनी है। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों को बचपन में परिवार की गर्मी नहीं मिलती है वे ही गांव जलाते हैं। बच्चे अगर छोटी-छोटी बात पर झगड़ा करते हैं तो उनके परिवार की गर्मी की कमी है।
प्रशासनिक स्तर पर एक अपराधी का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आज देखा जाता है कि अपराधी होने के जिम्मेवार कहीं न कहीं उनके अभिभावक भी हो सकते हैं। अभिभावकों को कड़ा रहना चाहिए। बच्चों और अभिभावकों का मन परिवर्तन होना चाहिए।
विदित हो कि ज्ञान ज्योति आवासीय विद्यालय के 18वें वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रकार के प्रदर्शन के लिए पुरस्कार वितरण एवं परिवर्तन थीम पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम निर्धारित था। पिछले वर्ष में सभी वर्गों के शैक्षणिक कार्य में उत्कृष्ट छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। साथ ही समय-समय पर विद्यालय में आयोजित विभिन्न गतिविधियों के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।
इसके अलावा गत वर्ष में कुछ विशेष पुरस्कार दिया जाता है। इसमें वेलबिहैव के लिए अमित कुमार और शिवांस दुबे, वेल ड्रेस के लिए अनन्या अग्रवाल और आदर्श कुमार, मोस्ट सोशल एण्ड कॉन्शस के लिए साक्षी सिंह और रिधिमन जैन, बेस्ट न्यूज परफॉर्मर के लिए रूतिका कुमारी और रिधि कुमारी, बेस्ट स्पोर्ट्स पर्सन का सुमित कुमार सिंह और शिवम कश्यप तथा बेस्ट डांस एंड म्यूजिक के लिए प्रसून कुमार सिंह और आद्या मिश्रा को विशेष पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।
पिछल वर्ष में शत्-प्रतिशत उपस्थिति के लिए अनमोल राज, शिवम कुमार, अभिषेक कुमार राय, प्रतीक्षा कुमारी, आलोक कुमार, शाहिल वर्मा, आदित्य राज, आदित्य सिंह, शिवम तिवारी को पुरस्कृत किया गया है। साथ ही पूरे वर्ष में सर्वोत्तम प्रस्तुति के लिए ‘चैंपियन ऑफ द चैम्पियंस’ का अवार्ड आरण्य शिवाली और नित्या सिंह को प्राप्त हुआ। गत् वर्ष में बेस्ट हाउस का पुरस्कार कुशाग्र हाउस को प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में विद्यालय के चारों हाउस के छात्र-छात्राओं द्वारा मार्च पास्ट किया गया। तत्पश्चात् विभिन्न मनोरंजक प्रस्तुतियां दी गई, जिनमें गुरु वंदना, राजस्थानी वेलकम डांस, वुमेन इम्पावरमेन्ट, बॉलीवुड थीम, रॉक बैंड, अंब्रेला डांस, किसान नाटय, कृष्ण-सुदामा नाटय, कस्टर्ड ड्रैगन एक्ट, ऋतु परिवर्तन, लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर नाट्य, क्षेत्रीय भाषा भोजपुरी थीम पर डांस, ब्लाइंड थीम, के साथ फैशन शो की मनोरंजक प्रस्तुति हुई।
जब नन्हे-मुन्हे बच्चों ने विभिन्न रूपों में स्टेज पर प्रस्तुतियां दिया तो दर्शकों का मनमोह लिया। रॉक बैंड बजाते हुए जब देवी-देवताओं के जयकारे लगे तो उपस्थित दर्शकों ने स्टैंण्डिंग पोजिशन देते हुए तालियों की गड़गड़ाहट से वातावरण को एक दम से खुशनुमा बना दिया।
वहीं, ब्लाइंड थीम के अंतर्गत जब बच्चों ने आंखों पर काली पट्टी बांधकर कलात्मक प्रदर्शन किया तो दर्शकों के धड़कन तीव्र हो गए कि कहीं किसी को चोट न लग जाए परंतु बच्चों द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए बखूबी प्रदर्शन दिया गया।
विद्यालय की प्राचार्या डॉ. सीपी जैन ने गत वर्ष हुए विद्यालय की विभिन्न गतिविधियों पर संक्षिप्त प्रकाश डाला। जैसे सीबीएसई दसवीं बोर्ड परीक्षा में आकृति को गणित में और शांतनु कुमार को गणित और संस्कृत विषय में शत्-प्रतिशत अंक प्राप्त करना, हरिओम को रामानुजम विज्ञान में बेस्ट परफॉरमेंस के लिए पुरस्कार प्राप्त करना, ई-डैक के राष्ट्रीय स्तर पर कई छात्रों को पुरस्कार प्राप्त करना आदि विद्यालय के लिए गौरव की बात है।
प्राचार्या ने बताया कि विद्यालय द्वारा समय-समय पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाती हैं जैसे साइंस मैजिक शो, कृष्णा साइंस सेन्टर, संग्रहालय और चिड़ियाघर आदि का परिभ्रमण, विद्यालय स्तर पर हाउस कैप्टन, वाइस कैप्टन का चुनाव कराकर चुनाव प्रक्रिया से परिचित करना आदि है। साथ ही विद्यालय द्वारा समाज सेवा के रूप में हेल्थ चेकअप कैंप आदि का आयोजन किया जाता है।
कार्यक्रम में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. रणविजय कुमार, भाई ब्रह्मेश्वर ने भी अपने उद्गार दिया। मंच संचालन यानी एंकरिंग विद्यालय के दसवीं के छात्र प्रसून कुमार, वर्ग 8 की छात्रा रौशनी पाण्डेय, श्रुति स्वरूपा और आशिता द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। विजेताओं का नाम विद्यालय के वाइस प्रिंसिपल डॉ. सर्वेश कुमार द्वारा कॉल किया गया।
कार्यक्रम में हेमंत कुमार अग्रवाल, डॉ. कुमार जितेन्द्र, डॉ. सविता रूंगटा, मनोज खेमानी, डॉ. हर्षित विजय जैन, मातादीन अग्रवाल, प्रेम शंकर, नीशित ज्ञान, प्रदीप नारायण दास, चतुरानन ओझा, रविचंद्र अग्रवाल, विभू जैन, डॉ. अन्नपूर्णा प्रसाद, रौशन जैन, संजय जालान, डॉ. विकास कुमार जैन, प्रो. शशि, राजेश अग्रवाल, रेशु जैन, जिनवाणी जैन, अरिहन्त, सिद्ध, सालिका, अंकिता, अजय राय, मेजर राणा, अनिल जैन, साकेत जैन, जय प्रकाश अग्रवाल, डॉ. किरण, अभिषेक, मनीष जैन, रोहित आदि के साथ हजारों अतिथि, अभिभावक, छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में राकेश पाठक, तबस्सुम बानो, नेहा, अमित वर्मा, दीक्षा, रश्मि, गुड़िया, आशुतोष दीक्षित, श्रीनाथजी, ज्योति पांडेय, रागिनी, संगीता, हरिशंकर, विजय, आनन्द, सरोज, जय प्रकाश, धनन्जय, संजय तिवारी, राय सुनील कुमार, सुनील कुमार, फैज अक्रम, धीरेन्द्र, धर्मेन्द्र, भागीरथ विश्वास, जयकान्त, रविकान्त, चन्दन, विनीत आदि का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के वाईस प्रिंसिपल डॉ. सर्वेश कुमार ने किया।