सिपाही भर्ती परीक्षा : गड़बड़ी के आरोप में दर्जनों परीक्षार्थी समेत कुल 80 की हुई गिरफ्तारी,अब क्या करेगी केन्द्रीय चयन पर्षद !

PATNA:-अगस्त माह में बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान कहीं से भी पेपर लीक या गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली थी,जिसकी चौतरफा तारीफ हुई थी पर केन्द्रीय चयन पर्षद द्वारा 1 अक्टूबर को आयोजित परीक्षा में कई तरह की गड़बड़ियों को शिकायत मिली और कई सेंटर आंसर से की के साथ परीक्षार्थी पकड़े गये हैं.अब सवाल उठता है कि इतनी गड़बड़ियों के बाद केन्द्रीय चयन पर्षद गड़बड़ी परीक्षा को लेकर भी कोई बड़ा निर्णय लेगी..क्योंकि इस परीक्षा के दौरान राज्यभर में गड़बड़ी करने के आरोप में करीब 80 लोगों को गिरफ्तारी हुई है,इसमें परीक्षार्थी के साथ ही सेंटर के प्रचार्य और अन्य लोग भी है.
मिली जानकारी के अनुसार जिन 80 की गिरफ्तारी परीक्षा के दौरान हुई है ,उसमें सबसे ज्यादा भोजपुर जिले से 48, सारण जिले से 14,नवादा से 10, अरवल से 6 और मुंगेर से 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.इसमें 26 अलग अलग मामले में 47 परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया गया है.भभुआ में नकल कराने के आरोप मे सेंटर के प्रचार्य को ही गिरफ्तार किया गया है.राजधानी पटना के रामकृष्ण द्वारिका कॉलेज से छह अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र के लिखित आंसर के साथ गिरफ्तार किया गया है.इन्हें कंकड़बाग पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है पर सवाल उठता है कि ये आंसर की उन्हें परीक्षा केन्द्र के अंदर मिला था या ये बाहर से लेकर आये थ.अगर इन्हें परीक्षा केन्द्र के अंदर से आंसर चिट मिला था तो ये माना जा सकता है कि अंदर मे कदाचार हो रहा था और अगर ये आंसर सीट बाहर से लेकर आये थे,तो मामला ज्यादा गंभीर है और इसे प्रश्नपत्र लीक होने की आशंका की शिकायत सही मानी जा सकती है.
बताते चलें कि बिहार में पहले के कई प्रतियोगी परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक हो चुकें हैं और इस वजह से परीक्षायें रद्द भी हुई है.सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान अलग अलग वजहों से 47 परीक्षार्थी समेत 80 को गिरफ्तार किया गया है.कई अभ्यर्थियों ने परीक्षा में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत भी की है.अब देखना है कि केन्द्रीय चयन पर्षद इस परीक्षा को लेकर क्या निर्णय लेती है और 7 एवं 15 अक्टूबर को होनेवाली लिखित परीक्षा के लिए क्या सतर्कता बरतती है.