गढ़वा में बाढ़ : मूसलाधार बारिश से नदियां उफान पर, प्रशासन की टीम लगातार कर रही निरीक्षण

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Rivers in spate due to torrential rains in Garhwa

गढ़वा जिले मे पिछले दो दिनों से हुई मूसलाधार बारिश से कई छोटी बड़ी नदियाँ नदियाँ उफान पर है। जिले के माझीयाओ और कांडी प्रखंड से गुजरी कोयल नदी और सोन नदी भी उफान पर है। मझिआंव- नगर पंचायत प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को रात्री से हो रही भारी बारिश होने के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इधर लगातार हो रही भारी वर्षा से शनिवार को शुबह से ही मझिआंव स्थित कोयल नदी का जल स्तर बढ़ने लगा है। और यह स्थिति देर शाम तक विकराल रूप देखी गई। इस दौरान साशन- प्रशासन ने गहेड़ी स्थित पलामू जिला से कोयल नदी के पुल का भी निरीक्षण किया। जहां पर नदी के बाढ़ के दबाव के कारण पुल में कंपन होते पाया गया। इसके बाद सावधानी के तौर पर तुरंत पुल पर ट्रैक्टर को खड़ा कर आवागमन को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है।

मालूम हो कि कोयल नदी गढ़वा एवं पलामू जिले को जोड़ने वाला अति आवश्यक पुल है। उंटारी रोड रेलवे स्टेशन होने के कारण मझिआंव की तरफ से हजारों लोग प्रति दिन इस पथ से गुजरते हैं और कोयल नदी के पुल के कारण बिहार तथा उत्तर प्रदेश राज्य में जाने के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण पथ है। जिससे पुल से होकर सैकड़ो वाहन प्रतिदिन आवागमन करते हैं। लेकिन कोई अनहोनी ना हो जिसको लेकर ब्रैकेटिंग कर दिया गया है।

इस संबंध में थाना प्रभारी आकाश कुमार ने बताया कि पुल में हो रहे कंपन के कारण किसी संभावित खतरे को देखते हुए बंद किया गया है। जैसे ही नदी का जलस्तर कम हो जायेगा वैसे ही बैरिकेटिंग हटा दी जायेगी। इधर कोयल नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का पानी स्थानीय राधाकृष्ण मंदिर, कन्या मध्य विद्यालय होते बाजार मुख्य पथ तक पहुंच गया है। वहीं गहेड़ी गांव में भी पानी घुस गया। यही नहीं मझिआंव खुर्द का देवी मंडप सहित यज्ञशाला भी पानी में डूब गया है। जिसे देखने के लिए पूरे दिन लोगों का तांता लगा रहा।

इधर बीडीओ सतीश भगत एवं सीओ शम्भू राम द्वारा मझिआंव एवं आस पास बाढ़ वाले इलाके में निरीक्षण किया गया। साथ ही दोनों पदाधिकारी मझिआंव ,गहेड़ी एवं खरसोता के निचले क्षेत्र में कोयल नदी का पानी बढ़ते देख मोहम्मदगंज- भंडारिया भीम बराज पर पहुंचकर निरीक्षण किया और मोहम्मदगंज के क्षेत्र में पढ़ने वाले भीमराज के कंट्रोल रूम पर जाकर कार्यपालक अभियंता विनित प्रकाश सहित अन्य पदाधिकारीयों से मुलाकात कर बाढ़ से संबंधित जानकारी लिए और कहा कि भीमराज के सभी गेट खुला रखें ताकि कहीं भी नदी के पानी से डुब की स्थिति उत्पन्न ना हो और जान माल की भी नुकसान नहीं हो। जबकि कांडी प्रखंड के सतबहिनी गाँव इस्थित मंदिर परिसर से बगल से गुजरी नदी भी उफान पर है और इस दौरान झरना का दृश्य काफ़ी अच्छा था।

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