पुलिस और ग्रामीण के बीच झड़प : पहले भागी पुलिस फिर दर्जनभर ग्रामीणों को किया अरेस्ट, जानें पूरा मामला
सीतामढ़ी : खबर है सीतामढ़ी के सोनबरसा थाना क्षेत्र से जहां छापेमारी करने पहुंची पुलिस और ग्रामीणों में झड़प हो गई। जिसमे सोनबरसा थानाध्यक्ष समेत 19 पुलिसकर्मी के घायल होने की अपुष्ट जानकारी सामने आई है । वंही ग्रामीणों की माने तो पुलिस ने आधा दर्जन शिक्षक व शिक्षिका समेत लगभग ढाई दर्जन महिला व पुरुष को हिरासत में लिया है ।
जानकारी मिल रही है कि दोस्तिया के वार्ड 11 व 12 में सोनबरसा पुलिस दल-बल के साथ किसी मामले में छापेमारी करने पहुंची थीं। जहां ग्रामीणों के अनुसार पुलिस जबरदस्ती लोगों के घर में ताला तोड़कर पुरुष पुलिस बल द्वारा महिलाओं व पुरूष सदस्य समेत बच्चों को भी मारते-पीटते व घसीटते हुए थाना ले गई। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस उन्हें छापेमारी के कारण भी नहीं बता रही है।
सूत्रों से मुताबिक दोस्तिया गांव में वारंटी को गिरफ्तार करने गई पुलिस बल पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया । घटना को लेकर डुमरा , सहियारा , बथनाहा , परिहार , बेला रूनीसैदपुर सहित एक दर्जन थाना की पुलिस पहुंची थी। बताया जा रहा है दोस्तिया गांव निवासी आलोक कुमार पासवान की गिरफ्तारी के लिये पुलिस पहुंची थी ।
पुलिस के द्वारा आलोक को गिरफ्तार करते ही ग्रामीणों ने महिला बच्चे को आगे करके पुलिस से गाली गलौज करते हुए आलोक को पुलिस के चुंगल छुड़ा कर पुलिस पर ईंट पत्थर हमला कर दिया । जहाँ छापेमारी के नेतृत्व करते डीएसपी सुबोध कुमार व पुलिस को भागना पड़ा । इसके बाद इस घटना की सूचना वरीय अधिकारियों को देने के बाद करीब एक दर्जन थाना की पुलिस पहुंचकर करवाई शुरू कर दी ।
डीएसपी ने बताया कि आलोक से पूछ ताछ करनी है। लेकिन महिलाओं ने आलोक को छुड़वा लिया। इसके बाद बड़ी संख्या में उक्त थाना की पुलिस करीब डेढ़ बजे रात्रि में पहुंची और करीब आधा घण्टे तक पुलिस द्वारा करवाई में कई लोग हिरासत में लिए गए और पुलिस की करवाई में कई लोग बीमार है इसकी जानकारी ग्रामीणों ने दी है । घटना के बाद दिन में भी दोस्तिया चौक पर सन्नाटा पसरा रहा। वही लोगो मे भय साफ साफ देखा जा रहा था ।
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