JHARKHAND NEWS : सरना धर्म कोड की मांग को लेकर झामुमो ने किया धरना, मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू हुए शामिल

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गिरिडीह : झामुमो जिला समिति के द्वारा सरना धर्म कोड/आदिवासी धर्म कोड को मान्यता दिलाने के लिए शहर के टावर चौक पर धरना कार्यक्रम किया गया. इस धरना कार्यक्रम में झारखण्ड के नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला उपाध्यक्ष शहनवाज अंसारी एवं संचालन अजीत कुमार पप्पु एवं कोलेश्वर सोरेन ने संयुक्त रूप से किया.

इस धरना कार्यक्रम का मुख्य मुद्दा है कि भाजपा नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार द्वारा पूरे देश में जातिगत जनगणना करवाने का निर्णय लिया गया है. झारखण्ड सरकार द्वारा सरना धर्म कोड/ आदिवासी धर्म कोड विधेयक को झारखण्ड में दिनांक 11 नंवबर 2020 को एक विशेष सत्र आयोजित कर सर्वसम्मति से पारित किया गया था. झारखण्ड विधान सभा से उक्त प्रस्ताव को पारित कर राज्यपाल के माध्यम से केन्द्र के पास अनुमोदन के लिए भेजा गया था. परन्तु आज लगभग 05 वर्ष उपरान्त भी सरना/अदिवासी अस्मिता और पहचान से जुडे इस विधेयक पर केन्द्र सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया. यह केन्द्र सरकार की चिर निद्रा दर्शाती है कि आदिवासी समुदाय के प्रति भाजपा की क्या मानसिकता है?

धरना को संबोधित करते हुए मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि जब 1972 में दिशोम गुरू शिबू सोरेन ने कहा था कि झारखण्डियों के लिए झारखण्ड ही अलग राज्य होगा तो उस समय सभी ने मजाक उड़ाया था. परन्तु 15 नवंम्बर 2000 को जब झारखण्ड अलग हुआ तो पूरा देश देखता रह गया. उसी तरह आज दिशोम गुरू ने कहा है कि देश के 12 करोड़ आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड मान्य हो तो ये होकर ही रहेगा. इस

कार्यक्रम में पूर्व विधायक केदार हाजरा,प्रणव वर्मा,दिलीप मंडल,बबली मरांडी,प्रमिला मेहरा,ज्योति सोरेन,नुनुराम किस्कु,कोलेश्वर सोरेन सहित हजारों कार्यकर्ता उपस्थित रहे.