झारखंड का 21वां स्थापना दिवस मनाया गया : मुख्यमंत्री ने 111 करोड़ के योजनाओं का किया शिलान्यास
झारखंड का 21वां स्थापना दिवस आज पूरे राज्य में धूमधाम से मनाया जा रहा है। धरती आबा कहे जाने वाले बिरसा मुंडा की जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना दिवस के इस अवसर पर झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन, जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद ने भी भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
इस दौरान खूंटी के उलिहातू पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बिरसा मुंडा की जयंती पर सरकार ने निर्णय लिया है कि परित्यक्त व बुजुर्ग को पेंशन देगी। कोई लाल कार्ड या बीपीएल की जरूरत नहीं होगी। संपन्न लोग स्वेच्छा से योजना का त्याग कर सकते हैं। विधवा जिस दिन विधवा होगी उसी दिन से लाभ की अधिकारी होगी। जिस महिला को पुरुष छोड़ देता है वैसी महिलाओं को भी सरकार पेंशन देगी।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खूंटी के उलिहातू में 111 करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया। हेमंत सोरेन ने कहा की बिरसा मुंडा की जयंती मनाते हुए 150 वर्ष पूरे हो गए हैं। 150 वर्ष लग गए भगवान बिरसा मुंडा का नाम देश के पटल पर जाने में । आज देश की जनता दिल्ली का दरवाजा खटखटाने की हिम्मत रखती है। इसलिए देश में बिरसा मुंडा को सम्मान देने के लिए झुकना पड़ा। आदिवासी किसी से भीख नहीं मांगते हैं। हमें झारखण्ड राज्य भी भीख में नहीं मिला है। इसके लिए लड़ना पड़ा है।
सीएम हेमंत सोरेन ने खूंटी के उलिहातू में कहा कि फूलो झानो योजना के तहत पेड़ के नीचे हाट बाजार में हड़िया बेच रही महिलाओं के लिए उनकी सरकार ने पूरा दरवाजा खोल रखा है। इस समाज को धीरे-धीरे खोखला करने का षड्यंत्र चल रहा है। समाज को इसका बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना होगा। हर समय बिरसा मुंडा, सिदो कान्हू जैसे लोग पैदा नहीं होंगे। आप जागरूक नहीं होंगे तो सरकार लाख प्रयास कर ले, तस्वीर नहीं बदल सकती।
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