एंबुलेंस चालकों का आक्रोश : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का पुतला दहन,मजदूरी बढ़ाने की मांग पर अड़े

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Health Minister Mangal Pandey's effigy burnt, adamant on demand for wage hike

लखीसराय:-बिहार में एंबुलेंस चालकों का आक्रोश अब खुलकर सामने आ गया है। लंबे समय से अपनी मजदूरी बढ़ाने की मांग कर रहे चालक अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। आज एंबुलेंस चालकों ने सड़क पर उतर के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय, डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और कंपनी का पुतला दहन किया।


एंबुलेंस चालकों का कहना है कि उन्हें अन्य राज्यों की तरह654रुपए की जगह केवल380रुपए दैनिक मजदूरी दी जाती है, जबकि12-12घंटे तक ड्यूटी करनी पड़ती है। एंबुलेंस सेवा जैसे महत्वपूर्ण कार्य में दिन-रात जान जोखिम में डालकर सेवा देने वाले चालक अब खुद अपने जीवन-यापन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।


एंबुलेंस संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार श्रम अधिनियम के तहत मजदूरी तय तो करती है, लेकिन कंपनियों के माध्यम से काम कराने की वजह से चालकों को उसका लाभ नहीं मिलता। अन्य राज्यों में यही काम करने वाले चालक को654रुपए दैनिक मजदूरी मिलते हैं, जबकि बिहार में हमें380रुपए दिए जाते हैं। यह रकम न तो परिवार चलाने के लिए पर्याप्त है और न ही किराए के मकान में रहने वाले लोगों के लिए।

कंपनियां बार-बार बदली जाती हैं, टेंडर नई कंपनियों को दिए जाते हैं, लेकिन उनकी स्थिति जस की तस बनी रहती है। हर दिन घंटों मेहनत करने के बावजूद हमें मजदूर से भी कम वेतन मिलता है। एंबुलेंस कर्मियों ने जिला स्वास्थ्य समिति पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि एंबुलेंस कर्मी बीरेंद्र कुमार की दो सितंबर की रात मौत हो गई जबकि स्वास्थ्य विभाग छह सितंबर को नोटिस जारी कर काम पर लौटने का अल्टीमेटम देता है।

लखीसराय जिला से आत्मानंद सिंह की रिपोर्ट