पद संभालते ही एक्शन में के.के. पाठक : शिक्षा विभाग में बनाये गए हैं अपर मुख्य सचिव, बेल्ट्रॉन को भेजा लेटर

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पटना : बिहार के कड़क IAS अधिकारी के तौर पर चर्चित के.के. पाठक ने गुरुवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का कार्यभार संभाल लिया है। कार्यभार संभालते ही के.के. पाठक ने बेल्ट्रॉन के निदेशक को एक चिट्ठी जारी कर कुछ पदों पर प्रतिनियुक्ति की मांग कर दी है। कुछ दिनों पहले ही बिहार के कई सीनियर आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इससे पहले वो बिहार मद्य निषेध विभाग में बतौर अपर मुख्य सचिव पद पर कार्यरत थे।


जानकारी मिल रही है कि IAS अधिकारी के.के. पाठक ने 5 डाटा एंट्री ऑपरेटर और 3 कंप्यूटर प्रोग्रामर की प्रतिनियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने बेल्ट्रॉन के निदेशक को एक चिट्ठी जारी कर दिया है। बता दें कि ये प्रतिनियुक्ति अपर मुख्य सचिव के सेल में की जानी है।


उत्तर प्रदेश के मूल निवासी के के पाठक 1990 बैच के IAS अधिकारी हैं। केके पाठक अपने कार्य प्रणाली के कारण अक्सर चर्चा में बनें रहे। बतौर आईएएस उनकी पोस्टिंग के पहले साल में ही 5 बार ट्रांसफर किया गया था। वो जहाँ भी गए कानून से खेलने वालों के साथ हमेशा कठोर रुख ही इख़्तेयार किया।

इन्हीं वजहों से नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी की जिम्मेदारी उनके कंधों पर ही दी। दिल्ली से वापस आने के साथ ही प्रधान सचिव उत्पाद बनाए गए। इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलते ही के के पाठक ने शराबबंदी के लिए रात दिन एक करके ऐसा कानून तैयार कर दिया जो मिसाल बन गई। नीतीश कुमार के इस शराबबंदी कानून को लेकर IAS अधिकारी के के पाठक को जिम्मेदारी देकर अपनी मंशा साफ़ कर दी है। वहीँ नीतीश के इस फैसले ने शराब प्रेमियों के बीच हड़कंप मचा दिया।