पटना की सकरी गलियों में रहने वाली बिटिया का कमाल : बनी BPSC टॉपर, दादा जिस विभाग में थे क्लर्क...पोती वहां बनेगी ऑफिसर

PATNA :पटना की सकरी गलियों में रहने वाली मिडिल क्लास फैमिली की बेटी ने परचम लहरा दिया है। जी हां, पटना के संदलपुर इलाके की रहवासी प्रियांगी मेहता ने BPSC 68वीं परीक्षा टॉप की है और अपनी फैमिली का नाम रौशन किया है। बीपीएससी का रिजल्ट निकलने के बाद घर में खुशी का माहौल है और बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
दादा जिस विभाग में थे क्लर्क...पोती वहां बनेगी ऑफिसर
बड़ी बात तो ये है कि BPSC टॉपर प्रियांगी मेहता अब उसी दफ्तर में काम करेंगी, जहां उनके दादा जी कभी क्लर्क हुआ करते थे। पोती के टॉपर होने की ख़बर मिलते ही वे भावुक हो गये। आपको बता दें कि प्रियांगी के दादा राजेश्वर प्रसाद रिवेन्यू डिपार्टमेंट में क्लर्क की नौकरी किया करते थे, अब वे सेवानिवृत्त हो गये हैं।
प्रियांगी ने कशिश से की खास बात
BPSC टॉप करने के बाद प्रियांगी मेहता ने कशिश न्यूज़ से खास बात की और अपनी पूरी जर्नी के बारे में बताया। प्रियांगी ने बताया कि बिहार बोर्ड से उन्होंने इंटरमीडिएट की परीक्षा टॉप की थी। इसके बाद से ही वे BPSC और UPSC की परीक्षा को लेकर गंभीर हो गयी थीं। उन्हें पूरी उम्मीद थी कि वे पास कर जाएंगी लेकिन ये उम्मीद नहीं थी कि वे टॉप करेंगी।
प्रियांगी ने सेट कर दिया अगला लक्ष्य
BPSC की परीक्षा टॉप करने वाली संदलपुर के प्रियांगी मेहता ने बताया कि उनका लक्ष्य अब UPSC क्लियर करना है। मेंस निकल चुका है और मार्च में इंटरव्यू शेड्यूल्ड है। उन्होंने सिविल सर्विसेज परीक्षाओं के लिए कहीं भी कोचिंग और ट्यूशन नहीं किया है। प्रियांगी ने बताया कि उन्होंने सेल्फ स्टडी से ही ये सफलता हासिल की है।
सेल्फ स्टडी से हासिल की सफलता
साल 2016 में सीबीएसई से उन्होंने मैट्रिक किया और 2018 में ह्यूमैनिटीज विषय से अरविंद महिला कॉलेज से इंटरमीडिएट किया। इसके बाद उन्होंने 2019-22 बैच में BHU से पॉलिटिकल साइंस में स्नातक किया है। उन्होंने बताया कि जब वह BPSC का फॉर्म भर रही थी तो कई पदों के लिए वह योग्य नहीं थी क्योंकि उनकी उम्र कम थी लिहाजा उन्होंने रिवेन्यू ऑफिसर के पद को सेलेक्ट किया था।
प्रियांगी मेहता का मानना है कि सेल्फ स्टडी से भी सफलता हासिल की जा सकती है, बशर्ते लगन और मेहनत की जाए। प्रियांगी बताती है कि BPSC ने इस मर्तबा प्रश्न-पत्र का पैटर्न बदल दिया था। इस बार UPSC के लेवल का पैटर्न था। तैयारी के दौरान कुछ लोगों ने कोचिंग करने की भी सलाह दी थी लेकिन उन्होंने सेल्फ स्टडी पर ही भरोसा जताया ।
तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को खास सलाह
उन्होंने बीपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को सलाह दी कि वे खुद पर भरोसा करें और फिर निर्णय लें। इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए जरूरी है कि आपके अंदर राइटिंग एबिलिटी और रीडिंग एबिलिटी बेहतर होनी चाहिए और तेज लिखने की भी आदत होनी चाहिए।
खुद पर रखा भरोसा
प्रियांग का कहना है कि जब उन्होंने मेंस क्वालीफाई किया था तो कई लोग बोले कि मॉक इंटरव्यू टेस्ट दीजिए ताकि सफल हो सके लेकिन उन्होंने सोचा कि अगर मॉक टेस्ट देते हैं तो दिमाग में एक अलग अवधारणा बन जाएगी और उस माइंडसेट के साथ वह इंटरव्यू में पहुंचेंगी। अगर ऐसे ही चली जाती है तो फ्रेश मन से जाएगी और फर्स्ट टाइम एक्सपीरियंस होगा और बॉडी पोस्चरिंग नेचुरल होगी।
इंटरव्यू में पूछे गये थे ये सवाल
उन्होंने बताया कि साक्षात्कार के दौरान उनसे वेस्टर्न पॉलिटिकल फिलॉस्फर के बारे में पूछा गया था। इसके साथ ही संविधान संशोधन और नारीशक्ति वंदन अधिनियम के बारे में सवाल किए गये थे। इंटरव्यू के अंत में अध्यक्ष ने सवाल पूछा था कि अगर आप टूरिज्म डिपार्टमेंट की सेक्रेटरी बनती है और आपके पास फंड की कमी है, ऐसे में आपको मौका मिले कि टूरिज्म को प्रमोट करने का या इंडस्ट्रीज को प्रमोट करने का तो इसमें क्या चुनेगी।
इस सवाल का जवाब प्रियांगी ने बेबाक अंदाज से दिया था और टूरिज्म को प्रमोट करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए यह जरूरी होगा। इसके साथ ही शराबबंदी को लेकर भी प्रश्न पूछे गये थे।
(पटना से अंकिता सिंह की रिपोर्ट)