पहली बार सुधा के उत्पादों को भेजा गया विदेशों में : CM नीतीश ने सुधा उत्पादों की पहली खेप को हरी झंडी दिखा किया रवाना
पटना : अब अमेरिका और कनाडा के लोग बिहारी ब्रांड सुधा के उत्पादों का स्वाद चखेंगे. अमेरिकन घी और मखाना का लुफ्त लेंगे. जबकि कनाडावासी सुधा के बनाए गुलाब जामुन खाएंगे.
सुधा के इन तीन उत्पादों के निर्यात की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को1अणे मार्ग से की है. इस मौके पर उन्होंने सुधा उत्पाद के वाहनों को हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया. एक वाहन में अमेरिका जाने वाली घी और मखाना था,जबकि दूसरे में कनाडा के लिए गुलाब जामुन था. ये वाहन बंदरगाह तक इन उत्पादों को पहुंचाएंगे,फिर वहां से ये समुद्री जहाज से इनके गणतव्य तक भेजा जाएगा.
सुधा के इन उत्पादों की पहली खेप के रवाना होने से अब यह माना जाने लगा है कि बिहार का यह ब्रांड जल्द ही ग्लोबल बन जाएगा. आने वाले दिनों में इसके उत्पादों की मांग विदेशों में भी अच्छी खासी होगी. इससे डेयरी से जुड़े बिहार के हजारों किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी. इस पहल से बिहार के दूसरे उत्पादों के भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने की उम्मीद है. ऐसा होने से बिहार के विकास और यहां के लोगों की आय में तेजी से बढ़ोतरी होगी.
बिहार राज्य दुग्ध सहकारी संघ लिमिटेड (कॉम्फेड) जो अभी तक अपने प्रसिद्ध ब्रांड सुधा के उत्पादों की बिक्री भारत के विभिन्न भागों जैसे -बिहार, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली एवं पूर्वोत्तर राज्यों तक ही कर रहा था, लेकिन अब सुधा का घी 1, 5 एवं 10 किलोग्राम के पैक के अलावा सुधा का 250 ग्राम के पैकेट का मखाना संयुक्त राज्य अमेरिका तथा सुधा गुलाब जामुन 1 किलो के पैकेट में कनाडा निर्यात किया जा रहा है.
उत्पादों की पहली खेप में48लाख रुपये के उत्पाद शामिल हैं. इसमें31.45लाख रुपये मूल्य की5हजार700किलो घी, 8.30लाख रुपये मूल्य का500किलो मखाना और8.25लाख रुपये का5हजार किलो गुलाब जामुन शामिल है.
सुधा की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में केन्द्रीय पंचायती राज,पशुपालन,डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह,उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी,जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी,पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी,राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी,पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ० सुनील कुमार,सांसद संजय कुमार झा,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार,विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ,पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ० एन विजयालक्ष्मी,मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार,मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि,मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह समेत अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.
ये कंपनियां कर रही सहयोग
आईएसआईएफओएल एलएलसी कंपनी सुधा घी के विभिन्न पैक साईजों को अमेरिका निर्यात करने के लिए आगे आई हैं. इसके लिए गाय की घी के1लीटर, 5लीटर एवं10लीटर पैक साईजों का चयन किया गया है. वहीं,चण्डीगढ़ स्वीट्स ओवरसीज लिमिटेड (सीएसओ लिमिटेड) से कनाडा में गुलाब जामुन निर्यात की सहमति बनी है.
संयंत्रों को अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप बनाया गया
सुधा के उत्पादों को निर्यात करने के लिए इसे अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप तैयार करने के लिए कॉम्फेड के कई संयंत्रों को अन्तर्राष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप बनाया गया है. अभी इस दिशा में और काम चल रहा है. वर्तमान में बिहारशरीफ स्थित नालन्दा डेयरी एक्सपोर्ट इंसपेक्शन कॉउंसिल (ईआईसी) के मापदण्डों के अनुसार परिवर्तित कर निर्यात के लिए कॉउंसिल की तरफ से ईआईसी कोड प्राप्त किया गया है. बरौनी,बेगूसराय स्थित डॉ० राजेन्द्र प्रसाद दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड के संयंत्रों को एक्सपोर्ट इंसपेक्सन कॉउंसिल के अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप परिवर्तित कर दिया गया है. सीतामढ़ी स्थित संयंत्र को भी उन्हीं मानकों के अनुरूप परिवर्तित किया जा रहा है.
कॉम्फेड के अधिकारी गए थे अमेरिका
बिहारी ब्रांड सुधा के उत्पादों का निर्यात अमेरिका और कनाडा में हो सके इसके लिए पिछले वर्ष से ही प्रयास शुरू हो गए थे. जून2024में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन. विजयलक्ष्मी (कॉम्फेड की भी अध्यक्ष) के नेतृत्व में अधिकारियों का एक दल अमेरिका गया था. इस दल में कॉम्फेड के महाप्रबंधक एवं सहायक महाप्रबंधक भी शामिल थे. अधिकारियों के इस दल ने सुधा उत्पादों के निर्यात को अमेरिका में संभावित बाजार तलाशने के लिए कई स्तर पर प्रयास किया था. इसी क्रम में23से25जून2024तक अमेरिका के न्यूयार्क में आयोजित समर फैन्सी फूड शो में सुधा के विभिन्न उत्पादों को प्रदर्शित किया गया था. यह अपनी तरह का पहला प्रयास था,जिसके जरिये सुधा के उत्पादों से अमेरिकी लोगों को परिचित कराया गया. इस दौरान लोगों ने इसमें काफी रूचि दिखाई और इसकी सराहना भी की.
पटना से राजीव रंजन की रिपोर्ट---