बिहार के स्मार्ट सिटी पहल : सीसीटीवी निगरानी से अपराध नियंत्रण और राजस्व में अभूतपूर्व वृद्धि

PATNA : बिहार के चार प्रमुख शहर पटना, बिहारशरीफ, भागलपुर और मुजफ्फरपुर में स्मार्ट सिटी योजना के तहत अत्याधुनिक सीसीटीवी निगरानी तंत्र स्थापित किया गया है। इन शहरों में कुल 6,138 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जो अपराध नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन कैमरों की निगरानी इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से की जा रही है, जिससे अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के साथ-साथ ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है। अब तक स्मार्ट सिटी योजना के तहत लगाए गए सीसीटीवी कैमरों ने कुल 141.85 करोड़ रुपये की चालान वसूली की है इस अवधि में पटना, बिहारशरीफ, भागलपुर और मुजफ्फरपुर में अपराधों पर नियंत्रण और यातायात उल्लंघनों में प्रभावी सुधार देखने को मिला है।
राजधानी पटना में 3300 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो शहर की प्रत्येक गतिविधि पर नज़र रखते हैं। यहां पर अनुकूली यातायात नियंत्रण (एटीसीएस), लाल बत्ती उल्लंघन, नंबर प्लेट पहचान प्रणाली और स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन (एसवीडी) कैमरे लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त शहर में वेरिएबल मैसेज डिस्प्ले (वीएमडी) और पब्लिक अनाउंसमेंट (पीए) सिस्टम भी लगाए गए हैं, इस परियोजना से 2023-24 में 85 करोड़ रुपये की चालान वसूली की गई जो परियोजना की लागत से तीन गुना अधिक है।
भागलपुर में 1500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो शहर में अपराधों पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। यहां पर अपराधों की जांच में मदद के लिए कैमरे विभिन्न स्थानों पर लगाए गए हैं, 2023-24 में यहां 22.68 करोड़ रुपये की चालान वसूली की गई जिससे राजस्व में 4 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। बिहारशरीफ में 494 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो कानून-व्यवस्था को बनाए रखने और नागरिकों की सुरक्षा में सुधार कर रहे हैं। इस शहर में भी एटीसीएस, लाल बत्ती उल्लंघन, और नंबर प्लेट पहचान प्रणाली के साथ-साथ आपातकालीन कॉल बॉक्स और एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सेंसर्स लगाए गए हैं। तो वहीं मुजफ्फरपुर में 844 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो अपराधों और यातायात उल्लंघनों पर सख्त निगरानी रखते हैं। यहां पर भी कई स्थानों पर एटीसीएस, लाल बत्ती उल्लंघन, और नंबर प्लेट पहचान कैमरे लगाए गए हैं। 2023-2025 के बीच इस प्रोजेक्ट से 21.24 करोड़ रुपये की चालान वसूली की गई है।
सीसीटीवी निगरानी तंत्र ने न केवल अपराध नियंत्रण में सहायता की है, बल्कि राजस्व में भी महत्वपूर्ण वृद्धि की है। 2023-24 में चालान वसूली से राजस्व में 4 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई जबकि 2024-25 में 2.88 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्थापित सीसीटीवी निगरानी तंत्र ने बिहार के प्रमुख शहरों में अपराधों पर नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा में अभूतपूर्व सुधार किया है। इस पहल से न केवल अपराध पर काबू पाया गया है, बल्कि शहरों को अधिक सुरक्षित और सुव्यवस्थित भी बनाया गया है।