बाबा भोलेनाथ का चमत्कार : रामगढ़ में एक ऐसा मंदिर जहां शिवलिंग पर हमेशा होता है जलाभिषेक, पढ़िये पूरी खबर
रामगढ़ : झारखंड में आज भी कई ऐसे मंदिर हैं जो अपने रहस्यमई और चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है. हालांकि इनमें कई ऐसी मंदिर है जिसके रहस्यमय और चमत्कारों की जानकारी अभी तक लोगों तक नहीं पहुंच पाई है. इन्हीं में से एक है रामगढ़ जिले के सांडी स्थित टूटी झरना का शिव मंदिर.
भगवान भोलेनाथ का यह मंदिर अपने रहस्यमय के लिए काफी प्रसिद्ध है. इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है कि मंदिर की उत्तर दिशा में शिवलिंग है. शिवलिंग के पश्चिम दिशा में भगवान विष्णु चतर्भुज धारण किए हुए हैं जिनकी नाभि से मां गंगा अपने दोनों हाथों से जलाभिषेक शिवलिंग पर कर रहीं हैं. सबसे बड़ी बात है कि मां गंगा 365 दिन 24 घंटे जलाभिषेक करती है. यह पानी कहां से आ रहा है यह आज तक किसी को नहीं पता चला है.
गर्मी के दिनों में जब आस पास के कुआं और हेंडपाइप सूख जाता है उस दौरान भी यह जल श्रोत नहीं सूखता है. इस मंदिर की संरचना को देखें तो यह पाताल शिव है. उत्तर में नदी और सामने शमशान है. जिस वजह से निः संतान और जिनके शरीर में रोग व्याधि है वे अगर शिवलिंग पर एक लोटा जल का अभिषेक करते हैं तो साल भर के अंदर ही उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है. मंदिर का निर्माण कब और कैसे हुआ इसकी कोई जानकारी इतिहास के पन्नों में नहीं मिलती है. लेकिन यहां के पुरोहित बताते हैं कि 1925 के आसपास जब अंग्रेज द्वारा कोलकाता गोमो रेल लाइन का निर्माण किया जा रहा था तो उस दौरान रेल पटरी पर मिट्टी भरने के लिए यहां मिट्टी की कटाई की जा रही थी इसी दौरान जमीन के अंदर मंदिर का गुंबज खुदाई के दौरान उन्हें देखने को मिला. इसकी जानकारी उन्होंने तत्काल दी. जिसके बाद अंग्रेजों ने खुदाई कर जमीन में छुपे इस मंदिर को आम लोगों के लिए निकाला.
मंदिर जमीन के अंदर से बाहर निकला उस समय भी शिवलिंग पर मां गंगा जलाभिषेक करते हुए नजर आए. तब से आज तक यहां पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. सावन के महीनों में श्रद्धालुओं की संख्या में अनायास ही वृद्धि हो जाती है. यहां पहुंचे श्रद्धालुओं का मानना है कि बाबा भोले की कृपा से उनकी मनोकामना पूरी होती है.
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