सदर हॉस्पिटल की व्यवस्था पर उठा सवाल : अस्पताल में 3 घंटे तक महिला डॉक्टर नहीं रहने से गांव से आये मरीजों को हुई काफी परेशानी

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sadar hospital ki vyavastha per utha sawal

गुमला : सदर अस्पताल की अव्यवस्था सामने आयी है. जहां आए दिन डॉक्टरों की कमी के कारण दूर से आए मरीजों को कई तरह की कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. शुक्रवार को तीन घंटे तक महिला डॉक्टर गायब रहे. महिला डॉ. के नहीं रहने से मरीज व परिजन काफी परेशान रहे.

दूर दराज गांव से आये सैकड़ों मरीज आज सुबह 7:30 बजे से ही अस्पताल में आकर बैठे हुए थे. 12:00 बजे तक डॉक्टर का इंतजार करते रहे. लेकिन डॉक्टर नहीं मिले. मरीज व परिजनों का गुस्सा बढ़ रहा था. तभी इसकी सूचना सिविल सर्जन गुमला को दी गयी. इसके बाद तत्काल में ओपीडी में डॉक्टर की व्यवस्था कर मरीजों का इलाज किया गया. सुषमा उरांव व सरिता उरांव ने कहा कि हम लोग सुबह 10:00 बजे से ही अस्पताल आ गए हैं. लेकिन डॉक्टर नहीं मिल रहे हैं. कई लोगों से डॉक्टर कब आयेगा इसकी जानकारी ली गयी. लेकिन किसी ने सही जानकारी नहीं दी.

वहीं मरीजों ने कहा कि हमलोग दूर-दूर से इलाज के लिए आये हैं. लेकिन अस्पताल में डॉक्टर के नहीं रहने से हम लोगों को परेशानी हो रही है.

बताते चलें कि गुमला जिला का मात्र एक सदर अस्पताल जिसे2015-16में बेस्ट डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित करते हुए50लाख दिया गया है. गुमला जिला आदिवासी बहुल जिला है जहां दूरदराज गांव से आए मरीज अपना इलाज करवाते हैं परंतु डॉक्टर के नहीं रहने पर दूर से आए मरीजों को निराश होकर वापस जाना पड़ता है.

सिविल सर्जन डॉ. राजू कच्छप से बात करने पर कहा कि सदर अस्पताल में डॉक्टर नहीं रहना चिंता की बात है. मैंने इस मामले में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को जांच करने के लिए कहा है. जैसे ही डॉक्टर नहीं होने की सूचना मिली तत्काल दूसरे विभाग के डॉक्टर की व्यवस्था की गयी है.

वहीं सिविल सर्जन ने कहा कि दुख इस बात की है कि गर्भवती महिलाओं के इलाज के लिए चार डॉक्टर हैं. इसके बाद भी डॉक्टर नहीं रहना चिंता की बात है. इस मामले को मैं गंभीरता से लिया हूं. इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जायेगी.