JHARKHAND NEWS : राष्ट्रपति NIT जमशेदपुर के दीक्षांत समारोह में हुई शामिल, ओलचिकी लिपि के साहित्यकारों को किया सम्मानित
जमशेदपुर : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को लौहनगरी के जमशेदपुर स्थित करनडीह पहुंची. यहां उन्होंने जाहेरथान में विधिवत पूजा अर्चना की और पंडित रघुनाथ मुर्मू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन भी मौजूद रहे.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जाहेरथान में पूजा अर्चना के बाद जाहेरथान समिति और ऑल इंडिया रायटर्स एसोसिएशन की ओर से आयोजित ओलचिकी लिपि के सौ वर्ष पूरे होने के समापन कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया. राष्ट्रपति ने ओलचिकी लिपि के क्षेत्र में योगदान देने वाले साहित्यकारों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. राष्ट्रपति ने पंडित रघुनाथ मुर्मू के योगदान की सराहना करते हुए संताली भाषा में संबोधित किया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने करनडीह में आयोजित ‘ओलचिकी’ लिपि के शताब्दी समारोह कार्यक्रम के दौरान संताली में अपने संबोधन के दौरान ‘जाहेर आयो’ (जाहेर माता) गीत भी गाया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में साहित्यप्रेमी और संताली समाज के लोग शामिल हुए.
इस अवसर पर राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने राष्ट्रपति का अभिनंदन करते हुए कहा कि यह आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनजातीय समाज की भाषा,संस्कृति,कला और अस्मिता सजीव उत्सव है. वहीं मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने संताली भाषा में अपने संबोधन में झारखंड की धरती पर राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए ओलचिकी लिपि के विकास के लिए पंडित रघुनाथ मुर्मू के प्रयासों की सराहना की.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सरायकेला-खरसावां के आदित्यपुर स्थित एनआईटी जमशेदपुर में आयोजित होने वाले 15वें दीक्षांत समारोह में भी शामिल हुई. राष्ट्रपति के दौरे को लेकर सुरक्षा और यातायात का विशेष इंतजाम किए गए थे. एसपी ने बताया कि कार्यक्रम स्थल और संवेदनशील बिन्दुओं पर पर्याप्त पुलिस बल,दंडाधिकारी,सीसीटीवी , बैरिकेडिंग,चेकिंग प्वाइंट और एंटी-सैबोटाज टीम की तैनाती की गई है.
जमशेदपुर से विनोद केशरी की रिपोर्ट--