JHARKHAND NEWS : SHG महिलाओं को मुद्रा ऋण उपलब्ध कराने हेतु जिला स्तरीय कार्यशालाएँ एवं इक्स्पोशर विज़िट आयोजित

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रांची: महिला उद्यम विकास हेतु बैंक पोषित वित्त को सुदृढ़ बनाने की दिशा में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS)द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में रांची,बोकारो,पश्चिम सिंहभूम,देवघर और पलामू जिलों में इमर्शन पंचायतों एवं इमर्शन केंद्रों के विकास की प्रक्रिया को गति प्रदान की जा रही है.

सीईओ-जेएसएलपीएस,अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में आयोजित राज्य स्तरीय बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुपालन मेंसभी पाँच जिलों में जिला उप-विकास आयुक्तों (DDCs)की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कार्यशाला एवं इक्स्पोशर विज़िट का सफल आयोजन किया गया.

इन कार्यक्रमों का उद्देश्य महिला उद्यमियों की पहचान, दस्तावेज़ तैयारी, ऋण पुनर्भुगतान प्रणाली, निगरानी तंत्र को सुदृढ़ करना और उच्च गुणवत्ता वाले इमर्शन केंद्रों एवं वन-स्टॉप फैसिलिटी सेंटर (OSF) के विकास की दिशा में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था. साथ ही, कार्यशालाओं का मुख्य फोकस पात्र एसएचजी सदस्यों को मुद्रा ऋण उपलब्ध कराने में बैंकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना, बैंक अधिकारियों एवं एसएचजी सदस्यों के बीच प्रत्यक्ष संवाद स्थापित करना तथा ऋण स्वीकृति एवं वितरण प्रक्रिया को और अधिक त्वरित, सरल एवं पारदर्शी बनाना रहा.

कार्यक्रम में JSLPS के राज्य स्तरीय पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, Sa-Dhan संस्थान के प्रतिनिधि, बैंक अधिकारियों एवं अन्य हितधारकों की सक्रिय भागीदारी रही.

मुख्य बिन्दु:

  • बैंकर्स एवं जिला अधिकारियों को सफल महिला उद्यमियों की पहल और कार्यों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त हुआ.
  • इमर्शन केंद्रों को डेमोंस्ट्रेशन हब के रूप में विकसित करने हेतु स्पष्ट कार्ययोजना पर सहमति बनी.
  • बैंक अधिकारियों एवं एसएचजी सदस्यों के बीच विश्वास एवं सहयोग और सुदृढ़ हुआ.
  • पात्र एसएचजी सदस्यों को मुद्रा ऋण उपलब्ध कराने हेतु बैंकों की सक्रियता सुनिश्चित करने पर ठोस सहमति बनी.
  • ऋण स्वीकृति एवं वितरण प्रक्रिया को और अधिक सरल,त्वरित एवं पारदर्शी बनाने की रणनीति बनी.
  • जिला स्तर पर केंद्र विकास हेतु समय-सीमा निर्धारण,गुणवत्ता सुनिश्चित करने एवं मॉनिटरिंग की रूपरेखा तय की गई.
  • SLBC Sub-Committee (DAY-NRLM)के सदस्यों ने रांची में आयोजित इक्स्पोशर विज़िट में भाग लिया और सभी लंबित ऋण आवेदनों को शीघ्र स्वीकृत करने का आश्वासन दिया.

इन कार्यशालाओं एवं इक्स्पोशर विज़िट्स से यह सुनिश्चित हुआ कि आगामी3–4महीनों में चयनित प्रखंडों में उच्च गुणवत्ता वाले इमर्शन केंद्र विकसित किए जाएंगे और इनसे प्राप्त अनुभव व सीख राज्य के अन्य19जिलों तक साझा की जाएगी.

इस अवसर पर जिला उप-विकास आयुक्तों ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने,बैंकिंग सहयोग को और मजबूत करने तथा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु समन्वित और समयबद्ध ढंग से कार्य सुनिश्चित करें.