जयंती पर याद किए गए सीताराम रुंगटा : चाईबासा स्थित रुंगटा हाउस में पुत्र मुकंद रुंगटा एवं कंपनी के अधिकारियों ने दी उन्हें श्रद्धांजलि

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jayanti per yaad kiye gaye sitaram rungta

चाईबासा: कोल्हान और झारखंड में औद्योगिक क्रांति के जनक, माइनिंग उद्योग के संस्थापक शहर के प्रसिद्ध उद्योगपति सह समाजसेवी स्वर्गीय सीताराम रुंगटा की जयंती धूमधाम से बनाई गई.

सर्वप्रथम सदर बाजार स्थित रुंगटा हाउस में सीताराम रुंगटा के पुत्र मुकंद रुंगटा एवं एस आर रुंगटा ग्रुप के सभी पदाधिकारी, कर्मियों ने बारी-बारी से अपने संस्थापक स्व. के सीताराम जी रुंगटा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी एवं उन्हें शत-शत नमन किया. स्वर्गीय सीताराम जी रुंगटा के जयंती पर शहर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं. रुंगटा गार्डन में जिला शतरंज एसोसिएशन के द्वारा शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है. सदर अस्पताल में मारवाड़ी युवा मंच जागृति शाखा द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है. वहीं मरीजों के बीच फल वितरण किया गया. अखिल भारतीय मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा सहित पार्क में आम लोगों के बीच पुरी, सब्जी, जलेबी का वितरण किया जा रहा है.

वहीं शहर के विभिन्न स्कूलों, कॉलेज, शिक्षण संस्थानों राजनीतिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी अपने-अपने स्तर से स्वर्गीय सीताराम जी रुंगटा की जयंती धूमधाम से मनाया जा रही है और उन्हें याद कर नमन किया जा रहा है. जिला क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा रुंगटा ग्रुप सीताराम जी रुंगटा की जयंती के अवसर पर स्मृति में विगत कई दिनों से एसआर रुंगटा ग्रुप ए और बी डिविजन क्रिकेट प्रतियोगिता कराई जा रही है जिसका शाम में फाइनल मैच खेला जाएगा. इसमें विजेता और उपविजेता टीमों को पुरस्कृत किया जाना है.

बता दें कि सीताराम जी का रुंगटा ग्रुप कोल्हान ही नहीं पूरे झारखंड और देश में जाना पहचाना नाम है. सीता राम रूंगटा प्रख्यात उद्योगपति सह समाजसेवी रहे हैं. उन्होंने एस आर रुंगटा ग्रुप की स्थापना की थी. सर्वप्रथम माइनिंग, लौह अयस्क के क्षेत्र में उन्होंने औद्योगिक क्रांति लाई थी. उन्होंने कई स्कूल ,कॉलेज शिक्षण संस्थानों की स्थापना कराई. सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों में भी उनकी काफी सहभागिता रही है और उन्होंने कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं. जिसे लोग आज भी याद करते हैं. मांगीलाल रुंगटा स्कूल स्वर्गीय सीताराम रुंगटा ने ही अपने पिता मांगीलाल रुंगटा के नाम पर बनवाई थी. महिला कॉलेज, टाटा कॉलेज में भी रुंगटा ग्रुप ने बनाने में अपनी उल्लेखनीय योगदान की थी. उनके शिक्षा ,स्वास्थ्य एवं विभिन्न सामाजिक जन कल्याणकारी कार्यों को एसआर रुंगटा ग्रुप और सीताराम रुंगटा जी के पुत्र नंदलाल रुंगटा और मुकुंद रुंगटा आगे बढ़ा रहे हैं. आज रुंगटा ग्रुप जाना पहचाना और देश का प्रख्यात उद्योग समूह बन गया है. रुंगटा ग्रुप ,रुंगटा माइंस ,सहित रुंगटा स्टील टीएमटी , रुंगटा ग्रुप की कई उद्योग कंपनी संचालित हो रही है. जहां हजारों लोगों को रोजगार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मिल रहा है.

चाईबासा से राजीव सिंह की रिपोर्ट--