Bihar News : नवादा में फसलों को बचाने के लिए स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की टीम मिलकर किया फायरिंग, दर्जनभर से अधिक नीलगाय ढेर
नवादा :बिहार से नवादा में फसल बचाने के लिए'दाना-दान फायरिंग' की खबरें हैं, जो घोड़परास (नीलगाय) जैसे वन्यजीवों से फसलों को बचाने के लिए की जा रही है, क्योंकि ये जानवर धान और अन्य फसलों को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिस पर स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की टीम मिलकर इन जानवरों को हटाने का काम कर रही है, ताकि किसानों को राहत मिल सके और विवादों से बचा जा सके।

घोड़परास की बढ़ती संख्या से धान और गेहूं की फसल को भारी नुकसान हो रहा है। ऐसे तो जिले के जंगली और पहाड़ी क्षेत्रों में नीलगाय किसानों को परेशान कर फसल नुकसान कर हीं रहे हैं, खासकर जिले के सिसवा और भगवानपुर जैसे इलाकों में ज्यादा नुकसान कर रहा था। जिला प्रशासन के आदेश पर वन विभाग और स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि विपिन सिंह की मदद से टीम बनाई गई है, जो इन जानवरों को खदेड़ रही है। शूटर क़याम अख्तर द्वारा बताया गया कि मुझे विभागीय आदेश मिला कि स्थानीय मुखिया के निर्देशन में जो भी जानवर चाहे नीलगाय हो या जंगली सूअर उसे सूट किया जाय, ताकि फसलों की हो रहे नुकसान को रोका जाय। अभी प्रक्रिया जारी है।

शूटर द्वारा'दाना-दान फायरिंग' जिसमें लाउड साउंड/पटाखे का इस्तेमाल घोड़परास को डराने और भगाने के लिए किया जा रहा है, जिससे फसलों का बचाव हो सके। किसानों की बर्बाद होती फसलों को बचाना और जानवरों के कारण होने वाले टकराव को रोका जा सके।

माहुली पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि विपिन सिंह ने बताया कि मुझे जानकारी नहीं थीं कि फसल को बचाने के लिए ऐसा कदम उठाया जा सकता है। हमने नवादा डीएम रवि प्रकाश को सूचना कर फसल को नष्ट होने से बचाने का मांग किया था। उन्होंने बताया कि विभागीय आदेश के बाद यहां शूटर आए और नीलगायों पर हमला बोला। उन्होंने बताया कि प्रति वर्ष आस पास के किसानों का दो से तीन लाख की फसल का नुकसान होता था।
नवादा से दिनेश कुमार की रिपोर्ट