FLN बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान पर वर्कशॉप : DC ने अधिकारियों से कहा, स्कूलों का समय-समय पर दौरा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें
लोहरदगा : भारत की अध्यक्षता में पुणे में आयोजित होनेवाले G-20 की बैठक में FLN (Foundational Literacy & Numeracy) को इस बार थीम के रूप में चयनित किया गया है. इस आलोक में उपायुक्त बाघमारे प्रसाद कृष्ण की अध्यक्षता में FLN बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान पर सदर प्रखंड स्थित न्यू टाऊन हॉल में कार्यशाला का आयोजन किया गया. डीसी डॉ. वाघमारे प्रसाद कृष्ण, जिला शिक्षा पदाधिकारी,अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी और अन्य के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया गया.
इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि निपुण भारत मिशन के तहत बनाए गए वार्षिक प्लान को जिला में बेहतर ढंग से लागू किया जायेगा. कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जिला के विभिन्न स्कूलों का समय-समय पर दौरा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा. उपायुक्त द्वारा वर्ग 1 से 3 तक के नए निपुण भारत के तहत एफ एल एन द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और उसकी उपयोगिता और सार्थकता की भी जानकारी सभी शिक्षकों को बुनियादी स्तर पर दिए जाने को भी विभाग को निर्देशित किया गया.
जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी दास सुनंदा चंद्रमौलेश्वर द्वारा एफ एल एन और निपुण भारत मिशन की जानकारी देते हुए विषय प्रवेश कराया गया. इनके द्वारा सभी शिक्षकों की महती भूमिका और उनके विद्यालय स्तर पर उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला गया. सभी शिक्षकों को निपुण भारत मिशन के तहत वर्ग 1 से 3 के छात्रों को 2026-27 तक उनके बुनियादी शिक्षा एवं उनमें संख्यात्मक ज्ञान(एफ एल एन) लक्ष्य की प्राप्ति की भी जानकारी दी गई. साथ ही उक्त कार्यक्रम में आप सभी शिक्षकों/प्रखण्ड और संकुल स्तर के कर्मियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका निर्धारित की गई है, की भी जानकारी दी गई.
निपुण भारत योजना के माध्यम से अब बच्चे समय से आधारभूत साक्षरता एवं संख्यायुक्त का ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे. समुदाय का सहभागिता इस कार्यक्रम की अमूल्य कड़ी है. विद्यालय स्तर पर सामुदायिक फोरम को सशक्त किया जाना आवश्यक है. कार्यशाला में अशोक कुमार पांडेय, एपीओ और श्याम चौधरी,एसीपी के द्वारा पीपीटी और स्लाइड के माध्यम से निपुण भारत मिशन एवं एफ एल एन कार्यक्रम के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया, जिसके अनुसार वर्ष 2026-27 तक कक्षा 1 से 3 के बच्चों में शत प्रतिशत बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान विकसित किया जाना है. एफ एल एन किट के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया गया. विशेषकर पैरेंटल, कैलेंडर एवं नूपुर रेडिसनेश,बिग बुक आदि पाठ्य पुस्तिका के बारे में सहित एफ एल एन किट एवं सामग्री की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी. उन्होंने आगे बताया कि इस योजना से बच्चों के विकास के लिए बहुत कारगर साबित होगी. निपुण भारत योजना के माध्यम से अब बच्चे समय से आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक का ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे. जिससे की उनका मानसिक एवं शारीरिक विकास होगा. निपुण भारत का संचालन शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा किया जाएगा. यह योजना स्कूली शिक्षा कार्यक्रम समग्र शिक्षा का एक हिस्सा होगी. इस योजना को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत आरंभ किया गया है. धन्यवाद ज्ञापन अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, अम्बुजया पांडेय द्वारा किया गया. कार्यक्रम में सभी की ससमय उपस्थिति और सभी के तन्मयता एवं विद्यालय स्तर पर कार्यक्रम की सफलता की शुभकामनाएं दी गई. इस कार्यशाला में प्रमुख पेशरार, प्रमुख कूड़ु, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीमती दास सुनंदा चंद्रमौलेश्वर, राज्य से एफ एल एन प्रतिनिधि सीमा जी, अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी, लोहरदगा अभिषेक झा, एडीपीओ अम्बुजया पांडेय, एपीओ अशोक पांडेय, विश्वदीपक झा, सरिता एक्का, सपना सिंह, एसीपी श्याम कुमार चौधरी, एफएलएन केआरपी, प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड स्तरीय मास्टर ट्रेनर, सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी,सभी बीआरपी, सीआरपी, जिले के सभी प्रखण्ड के सभी विद्यालयों (1-8) के शिक्षक, पिरामल फाउंडेशन,cini टाटा ट्रस्ट आदि के प्रतिनिधि और प्रतिभागी उपस्थित थे.
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