BIHAR NEWS : औरंगाबाद में 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का ऐलान, ग्रामीणों ने लगाया नेताओं के नो एंट्री का बैनर

औरंगाबाद:-औरंगाबाद में ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का ऐलान किया है।औरंगाबाद जिले के दाउदनगर अनुमंडल क्षेत्र के हसपुरा प्रखंड में हसपुरा-देवकुंड पथ की जर्जर हालत से पनपता आक्रोश आंदोलन का रूप धारण करने लगा है।घंटो तक हसपुरा बाजार रोड नहीं तो वोट नहीं, नालायक नेताओं से आजादी चाहिए, MP औरMAL एमपीएमएलए मुर्दाबाद, इन्कलाब जिंदाबाद के नारे लगाए।
सैकड़ों युवा आंदोलनकारियों ने बैनर-पोस्टर, तिरंगा झंडे के साथ रैली निकालकर आक्रोश जताया। आंदोलन में युवाओं का साथ स्थानीय लोग भी जमकर देते नजर आए। आलम यह है कि हसपुरा के दर्जन भर गांव अब तक इस आंदोलन से जुड़ चुके हैं और चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर चुके हैं।
बिरहारा,पुरहारा,हसपुरा,अमझर शरीफ,देवकुंड,किसुनपुर,रसूलपुर,शंकरपुर आदि दर्जन भर से अधिक गांवों में ग्रामीणों ने नेताओं का नो एंट्री का बैनर लगाकर चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सुधीर सिंह ने कहा कि बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव में नेताओं का गांवों में प्रवेश निषेध रहेगा।
प्रदर्शन के पहले सैकड़ों की संख्या में आंदोलनकारी पहले हसपुरा की बड़ी फील्ड में जमा हुए। वहां से हाथों में बैनर, झंडा आदि लेकर हसपुरा मेन रोड में रैली निकाली। रैली के बाद आंदोलनकारी फिर से बड़ी फील्ड में जमा हुए और जनसभा की।
जनसभा को संबोधित करते हुए सुधीर सिंह ने कहा कि आंदोलनकारियों का लोकतंत्र और चुनाव प्रक्रिया में गहरी आस्था है। लेकिन उन्हें नालायक नेताओं ने चुनाव बहिष्कार करने के लिए मजबूर कर दिया है।
रोड की जगह मिला सिर्फ आश्वासन आंदोलन में शामिल किशोर कुमार ने कहा कि जब-जब चुनाव का समय आता है, तब इस रोड को बनवाने का झूठा आश्वासन दिया जाता है। अब तक यहां सभी प्रमुख दलों के नेता विधायक बन चुके हैं, लेकिन अब तक रोड नहीं बन सकी।
बार-बार नेताओं से ठगे जाने के बाद अब जनता के पास चुनाव बहिष्कार के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचता। राहुल कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया से शुरू हुआ आंदोलन अब इलाके के हर व्यक्ति का आंदोलन बन चुका है।
औरंगाबादसे मंन्टू कुमार की रिपोर्ट