क्रिकेट प्रेमी और गांववालों में खुशी : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बिहार के एक और बेटे मुकेश कुमार को डेब्यू करने का मिला मौका

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Bihar's son Mukesh Kumar got a chance to debut in international cricket, happiness in family and village

GOPALGANJ:-अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ईशान किशन के बाद बिहार के एक और क्रिकेटर मुकेश कुमार को डेब्यू करने का मौका मिला है.वे भारतीय टीम के 308 वें टेस्ट प्लेयर के रूप में शामिल हुए हैं.और ये उनके कैरियर का पहला मैच है.मुकेश दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं.


मुकेश गोपालगंज के काकड़कुंड गांव के रहनेवाले हैं.भारत और वेस्टइंडीज के बीच पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले जा रहे टेस्ट मैच में मुकेश कुमार के डेब्यू से परिजन और गांव वालों में खुशी की लहर है.यहां के लोग टीवी पर गांव के बेटे के खेल का आनंद ले रहें हैं.


काकड़कुंड गांव के रहने वाले हैं मुकेश

गोपालगंज जिले के एक छोटे से गांव काकड़कुंड में मुकेश कुमार का पुराना सा घर है.गांव के गलियों में मुकेश कुमार का बचपन गुजरा.और यहीं शुरुआती दिनों में क्रिकेट खेला करते थें, लेकिन आज मुकेश कुमार उस मुकाम तक पहुंच चुके हैं, जहां हर क्रिकेटर को पहुंचने की ख्वाहिश होती है.मुकेश के घर पर उनकी माता मालती देवी, बड़े भाई धनचेत उर्फ डीएन सिंह, चाचा -भतीजा समेत पूरा परिवार रहता है.साधारण परिवार से आने वाले भारतीय टीम के क्रिकेटर मुकेश कुमार को पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में डेब्यू करने का मौका मिला है.लिहाजा उनकी मां मालती देवी काफी खुश हैं.बेटा मुकेश इंडिया टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन करें, इसके लिए आशीर्वाद और दुवाएं दे रही हैं.

पिता ऑटो ड्राइवर थे

क्रिकेटर मुकेश कुमार बड़े ही साधारण परिवार से आते हैं.उनके पिता स्वर्गीय काशीनाथ सिंह बंगाल में ऑटो चलाते थे.और घर -परिवार की परवरिश करते थे.मुकेश के बड़े भाई धनचेत उर्फ डीएन सिंह कहते हैं कि मुझे और मेरे घर के साथ-साथ जिलेवासियों में खुशी है कि मुकेश कुमार को अंतरराष्ट्रीय मैच में डेब्यू करने का मौका मिला है.वे बताते हैं कि मुकेश को बचपन से ही क्रिकेट के प्रति रुझान था.खेल में मेहनत कर आगे बढ़ने की ललक थी.बचपन के दिनों को याद कर बताते हैं कि सन 2004 की बात है, जब मुकेश की माता मालती देवी अचानक से तबीयत खराब हो गई और ईलाज के लिए पिता के पास कोलकाता जाना पड़ा, जहां पर वे टैक्सी चलाते थे.भाई ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करते थें.बंगाल में क्रिकेट खेलते-खेलते मुकेश आज इस मुकाम तक पहुंच चुके हैं.

सौरव गांगुली का मिला आशीर्वाद

मुकेश कुमार को बंगाल में शुरुआती दिनों में रणजीत बॉस और भारतीय टीम के क्रिकेटर सौरव गांगुली का साथ मिला.सौरव गांगुली ने मुकेश कुमार की गेंदबाजी की सराहना की और रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए आगे बढ़ाया, इसके बाद बेहतर गेंदबाजी कर मुकेश लगातार आगे बढ़ते गए.इंडिया-ए टीम में शामिल हुए.इंडिया-ए और न्यूजीलैंड के बीच हुए मैच में 13 ओवर में 5 विकेट लेकर 36 रन दिए. बेहतर प्रदर्शन करने के बाद साल 2022 के दिसंबर में भारतीय टीम के हिस्सा बने.उसके बाद दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने आईपीएल के ऑप्शन में साढ़े पांच करोड़ रुपए में मुकेश कुमार खरीदा था.

परिवार और गांव के लोग हैं उत्साहित

मुकेश के करीबी दोस्त और गोपालगंज क्रिकेट टीम के कप्तान रहे अमित सिंह बताते हैं कि आज भारत की बल्लेबाजी समाप्त होने के बाद वेस्टइंडीज बल्लेबाजी करने उतरेगी तो मुकेश कुमार गेंदबाजी करेंगे. मुकेश की गेंदबाजी बेहतर हो, इसके लिए सभी कामना कर रहे है.अब सबकी निगाहें मुकेश कुमार की गेंदबाजी पर टिकी हुई है. क्योंकि यह मैच मुकेश कुमार की कैरियर का पहला अंतरराष्ट्रीय मैच है.