BIG NEWS : थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को HIV ब्लड चढ़ाने के मामले में CM ने लिया संज्ञान, CS और लैब टेक्नीशियन समेत 3 निलंबित
चाईबासा : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने चाईबासा सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे को एचआईवी पॉजिटिव रक्त चढ़ाने के मामले में सख्त रुख अपनाया है. इस मामले में सीएम ने चाईबासा के सिविल सर्जन डॉ. सुशांतो कुमार माझी समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है.
हेमंत सोरेने ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. वहीं पीड़ित बच्चों के परिजनों को 2- 2 लाख रुपये सहायता राशि देने की भी घोषणा की है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को ट्विट करते हुए थैलेसीमिया पीड़ित 7 वर्ष के बच्चे सहित अन्य बच्चों को एचआईवी पॉजिटिव ब्लड चढ़ाने के मामले में दोषी सिविल सर्जन और लैब टेक्नीशियन लैब इंचार्ज को निलंबित करने का आदेश दिया था. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश के बाद स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने फौरन सिविल सर्जन डॉक्टर सुशांत कुमार मांझी,लैब टेक्नीशियन इंचार्ज मनोज कुमार सहित अन्य को निलंबित कर दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि यह मामला संज्ञान में आने के बाद राज्य स्तरीय जांच टीम इस पूरे मामले की जांच करने के लिए चाईबासा भेजी गई थी. जांच टीम चाईबासा सदर अस्पताल पहुंचकर वहां जांच की और यह आरोप सही पाया. जिन बच्चों को एचआईवी ब्लड चढ़ाया गया है उनकी फिर से जांच की जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशानुसार इतना बड़ा मामला संज्ञान में आने के बाद राज्य स्तरीय जांच टीम शनिवार को ही चाईबासा पहुंच गई और इस पूरे मामले की जांच कर रही है. सिविल सर्जन लैब टेक्नीशियन अभी से भी पूछताछ की गई है. ब्लड बैंक के रक्त संग्रह का नमूना जांच के लिए भेजा गया है. जिन बच्चों को एचआईवी वाली ब्लड चढ़ाने का मामला आया है,उन बच्चों की जांच की जा रही है.
* सभी पीड़ित बच्चों को 2-2 लाख रुपए सहायता राशि
सभी पीड़ित बच्चों को मुख्यमंत्री ने 2–2 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है. बता दें कि चाईबासा सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में मंझारी के थैलीसीमिया पीड़ित 7 वर्ष के बच्चे को एचआईवी पॉजिटिव रक्त चढ़ाने का आरोप लगाया गया था. परिजनों ने इस मामले की शिकायत उपायुक्त और राज्य सरकार से की थी.
* पीड़ित बच्चे की बुआ के साथ कर्मचारी ने किया था दुर्व्यवहार
मंझारी के जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल ने आरोप लगाया था कि जिस बच्चे को एचआईवी पॉजिटिव रक्त चढ़ाया गया,उसी की बुआ के साथ एक साल पहले ब्लड बैंक कर्मचारी मनोज कुमार ने दुर्व्यवहार किया था. इस मामले में सदर थाना में केस भी दर्ज किया गया था और मामला अदालत में चल रहा है.
* बदले की भावना व 5 अन्य बच्चों को संक्रमित रक्त चढ़ाने का आरोप
मंझारी जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल ने दावा किया था कि बदले की भावना से बच्चे को एचआईवी पॉजिटिव रक्त चढ़ाया गया है. इसके बाद मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया और जांच के लिए एक कमेटी रांची से सदर अस्पताल पहुंची. जांच में चार और बच्चों को एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाने का पता चलते ही हड़कंप मच गया. इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चाईबासा के सिविल सर्जन डॉ सुशांतो कुमार माझी समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को सस्पेंड करने का निर्देश दिया है.