Bihar News : मजदूर-किसान की विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के बैनर तले सहरसा में निकाला गया प्रतिरोध मार्च
सहरसा:-मजदूर-किसान की विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चाऔर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के बैनर तले सहरसा में प्रतिरोध मार्च निकाला गया। मार्च के बाद प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
केंद्रीय सरकार के जन-विरोधी बताए जा रहे कानूनों के खिलाफ देशभर में हो रहे आंदोलन के तहत सहरसा मेंCITU के नेतृत्व में हजारों किसान, मजदूर, महिला-पुरुष बाबा वीर कुंवर सिंह चौक से व्यवहार न्यायालय तक प्रतिरोध मार्च में शामिल हुए।

मार्च को संबोधित करते हुएCPI नेता ओमप्रकाश ने कहा कि “नरेंद्र मोदी सरकार देश के हवाई अड्डे, बंदरगाह और रेलवे सहित सभी सरकारी संपत्तियों का निजीकरण कर अपने चहेते पूंजीपतियों को सौंप रही है। अब कृषि क्षेत्र में काला कानून लाकर किसानों की जमीन हड़पने की साजिश की जा रही है। इसी विरोध में हम जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने जा रहे हैं।”
बिहार राज्य किसान सभा के महामंत्री बिनोद कुमार ने कहा कि “पांच वर्ष पूर्व जब पच्चीस करोड़ किसानों ने आंदोलन किया था, तब भी केंद्र में यही सरकार थी। उस समय किसानों से किए गए वादे आज तक पूरे नहीं हुए। सरकार अमेरिका के दबाव में ऐसे फैसले ले रही है जो किसानों-मजदूरों को और गरीब बनाते जा रहे हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि “26 नवंबर एक ऐतिहासिक दिन है। इसी दिन पांच वर्ष पूर्व किसान आंदोलन के दौरान समझौता हुआ था। सरकार द्वारा वादे पूरे न किए जाने और नए किसान-मजदूर विरोधी कानून लाए जाने के विरोध में आज यह प्रतिरोध मार्च निकाला गया है।”
सहरसासेशशि मिश्रा