लातेहार में PMGSY योजना में अनियमितता : ग्रामीणों ने काम में गड़बड़ी को लेकर संवेदक पर लगाया आरोप, विभागीय अधिकारी बेपरवाह
लातेहार : राज्य की गांव को शहरी मुख्यालय से जोड़ने को लेकर जहां सरकार कई योजनाओं को धरातल पर उतार रही है. वहीं योजना को जैसे तैसे कर संवेदक पूरा करने में जुटे हैं. पूरा मामला लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड अंतर्गत लाभर सीआरपीएफ पिकेट से नावाडीह होते हुए अम्वाटिकर तक ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हो रहे सड़क निर्माण कार्य में संवेदक द्वारा गुणवत्ता को ताक पर रख कर भारी अनियमितता बरती जा रही है. वहीं योजना स्थल पर कार्य कर रहे मजूदूरों को न्यूनतम मजदूरी से कम मजदूरी वो भी लेट लतीफ दिया जाता है. पूछे जाने पर इस बात की पुष्टि मजदूरों ने भी की है.
मजदूरों ने कहा कि कार्य स्थल पर पानी का भी व्यवस्था नहीं है. योजना में पानी का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है. जिस कारण लोगों को भारी परेशानी भी हो रही है. वहीं चुंगरु पंचायत के मुखिया बालदेव परहिया ने कहा कि यह पथ पूर्व से ही ग्रेड् वन किया गया था. इसी में डस्ट छिटकर ढलाई कर दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उक्त सड़क का गुणवत्ता को ताक पर रख कार्य कराया जा रहा है. घटिया मैटेरियल का योजना में प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है.
वहीं उड़ते धुलकण को लेकर ग्रामीण महेंद्र प्रजापति ने कहा कि डस्ट से हमलोग सभी ग्रामीण परेशान हैं. घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है. कई लोग बीमार हो गए हैं. चेकअप कराने के बाद पता चला कि यह सब बीमारी डस्ट धुल कण की वजह से हो रहा है. वहीं अन्य ग्रामीणों ने भी कहा कि योजना में डस्ट छिटने के बाद पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है. जिसके वजह से धुल फांकना पड़ रहा है. और हमलोग कई तरह के बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इधर योजना स्थल पर लगाए गए बोर्ड पर सड़क की प्राक्कलित राशि का अंकित नहीं होना भी लोगों को समझ से परे है. लोगों की मानें तो सड़क निर्माण कार्य में प्राक्कलन घोटाले की बू आ रही है. जबकि नियमतः किसी भी सरकारी योजना में योजना स्थल पर बोर्ड लगाना और उक्त बोर्ड में सभी जानकारी देना अनिवार्य है. लेकिन यहां आवश्यक जानकारी समेत प्राक्कलन राशि अंकित नहीं होने से योजना में भ्रष्टाचार होने की भी पूरी आशंका व्याप्त है.
इधर मामले को लेकर कार्यपालक अभियंता से संपर्क स्थापित किया. जिस पर कहा कि योजना गुणवतापूर्ण संवेदक को कराना है. अगर कार्य गुणवत्ता पूर्ण नहीं की जा रही है तो जांच करायेंगे. दोषी अनियमितता पाये जाने पर कार्रवाई होगी.
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