JHARKHAND NEWS : ईस्ट टेक 2025 के आयोजन से झारखंड की तकदीर बदलने का प्रयास : संजय सेठ

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रांची:केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि ईस्ट टेक 2025 के आयोजन से झारखंड की तकदीर बदलने का प्रयास है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी ईस्ट टेक 2025 में सहयोग करने की बात कही है. झारखंड की एक अच्छी इमेज देश में बनाने का एक मौका है. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हमें यह एक मौका दिया है कि झारखंड के उद्यमियों,स्टार्टअप अपने कार्यक्षमता के बल पर आत्मनिर्भर भारत बनाने में अपना योगदान दे सके. रक्षा सेक्टर में कई नये और बड़े काम हो रहे हैं. लेकिन अभी भी कई मामलों में पीछे हैं,यही कारण है कि रांची में डिफेंस एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है.

संजय सेठ मंगलवार को दीपाटोली स्थित केरकेट्टा ऑडिटोरियम में ईस्ट टेक संगोष्ठी 2025“आत्मनिर्भर से संर्पूणता”में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे. इसका आयोजन एसआइडीएम और सीआइआइ झारखंड के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था. कार्यक्रम में रक्षा राज्य मंत्री ने ईस्ट टेक 2025 के“लोगो”का भी अनावरण किया गया.

रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी का संकल्प आत्मनिर्भर भारत,आत्मनिर्भर रक्षा मंत्रालय. इसी सपने को साकार करने के लिए झारखंड के उद्यमियों को एक मौका मिल रहा है कि वे आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने में योगदान दे सके. ईस्ट टेक के माध्यम से एक मौका मिला है,इसका लाभ जरूर उठाएं. रक्षा सेक्टर में पूरी संभावनाएं और मांग है. संजय सेठ ने कहा कि अभी हम 92 देशों को रक्षा सामग्री को एक्पोर्ट कर रहे हैं. अभी तक 23 हजार करोड़ से अधिक रूपये का एक्सपोर्ट किया जा चुका है. अब इसका लक्ष्य 50 हजार करोड़ रूपये के एक्सपोर्ट करने का तय किया गया है. इस तय लक्ष्य को पूरा करने में झारखंड के उद्यमी सहयोग करें.

संगोष्ठी में ईस्टर्न कमांडेड मेजर जेनरल मदनराज पांडे ने कहा कि ईस्ट टेक 2025 के आयोजन से रक्षा सेक्टर को बहुत लाभ मिलने वाला है. रक्षा सेक्टर की जरूरतों को पूरा करने में यह एक्सपो मददगार साबित होगा. मेजर जेनरल सज्जन सिंह मान ने कहा कि ईस्ट टेक के माध्यम के सेना और इंडस्ट्री के बीच एक सहयोग बढ़ेगा. रक्षा सेक्टर में नयी तकनीक,उपकरण और इनोवेशन की जरूरत है. साथ ही भविष्य की तकनीक पर भी काम कर रहे हैं. ईस्ट टेक का आयोजन झारखंड के एमएसएमई और उद्यमियों के लिए एक गोल्डेन चांस है. एसआइडीएम के अशोक कानोडिया ने कहा कि भारत रक्षा के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है. रक्षा मंत्रालय पीएम के आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में लगा हुआ है. मेजर जेनरल ने भी रक्षा सेक्टर की संभावनाओं के बारे में पूरी जानाकरी दी. बिग्रेडियर आशीष भट्टाचार्य ने रक्षा के क्षेत्र में एमएसएमई के रोल की जानकारी दी. सीआइआइ पूर्वी क्षेत्र के चेयरमैन संजय सबरपाल ने भी अपने विचार रखे.

संगोष्ठी में पूर्व सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि ईस्ट टेक के आयोजन से झारखंड के एमएसएमई सेक्टर के लिए एक बड़ा अवसर है. इससे कई दरवाजे खुलेंगे. झारखंड चैंबर के अध्यक्ष परेश गट्टानी, जेसिया के सचिव शिवम सिंह, लघु उद्योग भारती के सचिव विनोद कुमार अग्रवाल, सिंहभूम चैंबर के विजय आनंद समेत कई लोगों ने ईस्ट टेक के आयोजन को झारखंड के लिए फायदेमंद बताया. धन्यवाद ज्ञापन बिग्रेडियर राजकुमार ने दिया.