जय भीम पदयात्रा : संविधान, स्वच्छता और सामाजिक समरसता का संदेश लेकर 600 से अधिक युवा हुए शामिल

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RANCHI : नेहरू युवा केंद्र संगठन, झारखण्ड, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर "जय भीम पदयात्रा" का आयोजन अत्यंत उत्साह एवं गरिमा के साथ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राँची के मोरहाबादी मैदान स्थित बापू वाटिका से हुआ जिसमें राज्यभर से आए हुए 600 से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में श्री सी. पी. सिंह, माननीय विधायक, विधानसभा क्षेत्र की मुख्य अतिथि के रूप में गरिमामयी उपस्थिति रही। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री अनिल कुमार सिंह, सेवानिवृत्त आई.ए.एस सह प्रशासक, भारत स्काउट एंड गाइड तथा श्रीमती ललिता कुमारी, राज्य निदेशक, नेहरू युवा केंद्र संगठन, झारखण्ड भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि से हुई, राज्य निदेशक श्रीमती ललिता कुमारी के द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया। इसके उपरांत युवाओं एवं उपस्थित सभी अतिथियों ने मिलकर भारतीय संविधान की उद्देशिका का पठन किया जिससे संविधान की मूल भावना न्याय, स्वतंत्रता, समानता एवं बंधुत्व को जन-जन तक पहुँचाने का संदेश दिया गया। पदयात्रा से पूर्व प्रतिमा स्थल एवं उसके आस पास स्वच्छता अभियान भी आयोजित किया गया, जिसमें माननीय विधायक श्री सी.पी. सिंह, अन्य अतिथियों, युवा स्वयंसेवकों एवं प्रतिभागियों ने झाड़ू लगाकर परिसर की सफाई की और स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता जताई। स्वच्छता के इस प्रतीकात्मक प्रयास ने युवाओं के मन में जिम्मेदारी एवं सामाजिक सहभागिता का भाव जगाया।

मुख्य अतिथि श्री सी. पी. सिंह का प्रेरणादायक संबोधन

डॉ. भीमराव अंबेडकर केवल संविधान निर्माता नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन के अग्रदूत थे, उन्होंने जीवन भर वंचितों, शोषितों और समाज के अंतिम व्यक्ति की आवाज़ बनने का कार्य किया। ऐसे महान व्यक्तित्व की जयंती पर आयोजित यह पदयात्रा युवा शक्ति के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। कार्यक्रम में उपस्थित श्री अनिल कुमार सिंह ने कहा इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में संविधान के मूल्यों के प्रति जागरूकता लाना सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना तथा स्वच्छता जैसे राष्ट्रीय अभियानों से उन्हें जोड़ना है, पदयात्रा के माध्यम से युवा अपने विचारों को जन-सामान्य तक पहुँचाने में सक्षम बनते हैं।

पदयात्रा में एन.सी.सी. भारत स्काउट एंड गाइड, भारतीय खेल प्राधिकरण एवं युवा मंडलों से जुड़े युवाओं ने हाथों में बैनर एवं तख्तियाँ लेकर सामाजिक संदेशों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। एकता में शक्ति है, संविधान हमारा गौरव है, जय भीम जैसे नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। साथ ही कार्यक्रम में संविधान के प्रस्तावना दीवार पर हस्ताक्षर कर संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई एवं चित्रकला प्रतियोगिता के सभी विजेताओं एवं प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह तथा मेडल देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर राँची के जिला युवा अधिकारी रोशन कुमार, बोकारो के जिला युवा अधिकारी गौरव कुमार, यूथ आइकन गौरव अग्रवाल एवं ए .पी.एस चार्ल्स बोडरा, ए.पी.ए. अभिक रंजन ठाकुर, तथा कार्यक्रम से जुड़े स्वयंसेवक भी मौजूद रहे, जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम का समापन जलपान एवं प्रतिभागियों के साथ संवाद सत्र के माध्यम से किया गया, जिसमें युवाओं ने अपने अनुभव साझा किए और इस तरह के आयोजन नियमित रूप से होने की इच्छा व्यक्त की। यह पदयात्रा न केवल डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि थी बल्कि संविधान, सामाजिक न्याय और नागरिक कर्तव्यों के प्रति एक सामूहिक जागरूकता अभियान के रूप में सिद्ध हुई।