Bihar : मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के प्रथम और बिहार लघु उद्यमी योजना की दूसरी किश्त का लाभार्थियों के बीच वितरण

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Distribution of the first installment of Chief Minister Udyami Yojana and the second installment of Bihar Small Entrepreneur Scheme among the benefici

PATNA : राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओं और युवतियों के बीच उद्यमिता को प्रोत्साहित करने, स्व-रोजगार प्रदान करने और उनके आर्थिक उत्थान के उद्देश्य से उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा आज अरण्य भवन, पटना में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और बिहार लघु उद्यमी योजना के लाभार्थियों को राशि वितरित की गई।

इस वितरण कार्यक्रम में नीतीश मिश्रा, उद्योग सह पर्यटन मंत्री, बिहार जनक राम, मंत्री, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण, बिहार, हरि सहनी, मंत्री, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, बिहार, मो. जमा खान, मंत्री, अल्पसंख्यक कल्याण, बिहार, और संजीव चौरसिया, विधायक, दीघा विधान सभा क्षेत्र, की उपस्थिति में आयोजित किया गया। इनके साथ ही बंदना प्रेयसी, सचिव, उद्योग विभाग, आलोक रंजन घोष, उद्योग निदेशक, निखिल धनराज निप्पणीकर, निदेशक, हस्तकरघा एवं रेशम, और शेखर आनंद, निदेशक, तकनीकी विकास तथा विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

आज के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के वित्तीय वर्ष 2024-25 के लाभार्थियों को प्रथम किश्त के रूप में 2 लाख रुपये की राशि वितरित की गई। चयनित आवेदकों में से प्रशिक्षण प्राप्त 2769 (दो हजार सात सौ उनहतर) लाभार्थियों को प्रथम किश्त के रूप में कुल 55.38 करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई, जिसमें प्रति व्यक्ति 2 लाख रुपये दिए गए।

साथ ही बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 के प्रशिक्षण प्राप्त लाभार्थियों में से जिन्होंने उद्यमी पोर्टल पर उपयोगिता प्रमाण पत्र अपलोड किया है, उन लाभार्थियों को द्वितीय किश्त के रूप में 1 लाख रुपए प्रति लाभार्थी वितरित किया गया।

कार्यक्रम में लाभार्थियों को संबोधित करते हुए उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि "हमारी सकारात्मक दृष्टिकोण यह तय करती है कि हम कहां तक जाएंगे। मुझे खुशी है कि बिहार के उद्यमी सकारात्मक दृष्टिकोण और भविष्य को लेकर लक्ष्य बनाकर काम कर रहे हैं। उनकी सफलता निश्चित है। यहां के लघु उद्यमी विकसित बिहार के ध्वजवाहक हैं और हम उनकी हर संभव मदद के लिए तैयार हैं। इन योजनाओं और उद्यमियों की सफलता हमारे लिए उत्साहजनक है। बिहार में स्वरोजगार का माहौल दिनों-दिन मजबूत हो रहा है। बड़ी संख्या में महिलाएं भी आगे आ रही हैं और इन योजनाओं का लाभ उठाकर उद्योग लगाने के सपने को साकार कर रही हैं। विकसित बिहार में इन योजनाओं की बड़ी भूमिका होगी।"

जनक राम, मंत्री, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण ने कहा कि "इन योजनाओं और युवाओं में बिहार की तस्वीर बदलने की पूरी क्षमता है। सरकार युवाओं के सपने को साकार करने और बिहार को भारत का एक प्रमुख उद्योग केंद्र बनाने में पूरी तत्परता से जुटी हुई है। उद्योग विभाग इस दिशा में सरकार के लक्ष्य को साकार करने के लिए पूरी निष्ठा से काम कर रहा है।"

हरि सहनी, मंत्री, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण ने कहा कि "उद्यमियों को भविष्य को लेकर लक्ष्य बनाकर सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि का बेहतर उपयोग करना चाहिए। मुझे खुशी है कि बिहार के उद्यमी जानते हैं कि इस राशि का कैसे बेहतर उपयोग करें और वे इसका सही उपयोग कर रहे हैं। इन योजनाओं के तहत पर्याप्त राशि दी जा रही है, जिससे लघु उद्योग लगाना आसान हो गया है। युवा इसका लाभ उठा रहे हैं और अपने और इस राज्य के सपनों को साकार कर रहे हैं। सरकार उनकी हर संभव मदद के लिए तैयार है।"

मो. जमा खान, मंत्री, अल्पसंख्यक कल्याण ने कहा कि "मैं इन योजनाओं का प्रभाव और युवाओं का उत्साह देखकर हैरान हूं। ये नए बिहार बनाने में अद्भुत योगदान दे रहे हैं। हमारी सरकार बिहार में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। युवाओं का जोश और उमंग मुख्यमंत्री के सपनों को साकार कर रहे हैं।"

संजीव चौरसिया, विधायक, दीघा विधान सभा क्षेत्र ने कहा कि "सरकार की ये योजनाएं अद्वितीय हैं, जो स्वरोजगार को लगातार प्रोत्साहन दे रही हैं। ये विकास और विश्वास का अद्भुत संगम हैं, जिसका परिणाम है कि बिहार में चारों ओर स्वरोजगार को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है। हमारी सरकार युवाओं के साथ मजबूती से खड़ी है।"

बंदना प्रेयसी, सचिव, उद्योग विभाग, ने कहा कि "हम आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं। शुरुआत से ही इन योजनाओं ने समाज और उद्यमियों को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है और उद्योग शुरू करने की भावना को प्रोत्साहित किया है। हम न केवल आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान कर रहे हैं, बल्कि उनके प्रशिक्षण की भी व्यवस्था कर रहे हैं, जिसका राज्य की अर्थव्यवस्था पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा। हम महिलाओं को विशेष रूप से प्रोत्साहित कर रहे हैं ताकि उनकी क्षमताओं का पूरा उपयोग किया जा सके।"

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत 10 लाभार्थियों को 2 लाख का सांकेतिक चेक और बिहार लघु उद्यमी योजना के अंतर्गत 10 लाभार्थियों को 1 लाख का सांकेतिक चेक प्रदान किया गया।

साथ ही 5 सफल उद्यमियों को सम्मानित भी किया गया, जिन्होंने 10 लाख से काम शुरू किया और आज उनका टर्नओवर लगभग 1 करोड़ के आसपास पहुंच चुका है। अरवल के सुकेश कुमार ने आटा का व्यवसाय 10 लाख से शुरू किया और वर्तमान में उनका टर्नओवर 1 करोड़ है। पूर्वी चंपारण के अरमान अली ने 10 लाख से कारपेंटरी का काम शुरू किया और आज उनका टर्नओवर 1 करोड़ पहुंच चुका है। पटना के रिशु राज ने मसाला उत्पादन का बिजनेस 10 लाख से शुरू किया और आज उनका टर्नओवर 85 लाख पहुंच चुका है। वैशाली की संगीता कुमारी ने फ्लाई ऐश ब्रिक्स का बिजनेस 10 लाख से शुरू किया और आज उनका टर्नओवर 70 लाख तक पहुंच चुका है। पटना की मोना कुमारी ने 10 लाख से होटल रेस्टोरेंट का बिजनेस शुरू किया और आज उनका टर्नओवर 40 लाख तक पहुंच चुका है।

पूर्वी चंपारण के अरमान अली ने अपनी सफलता की कहानी साझा करते हुए कहा कि उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। साथ ही, सरकार से मिले सहयोग के लिए उन्होंने धन्यवाद दिया।

रिशु राज ने अपनी कहानी साझा करते हुए कहा कि बिहार में मसाला उद्योग की संभावना को देखते हुए उन्होंने यह व्यवसाय शुरू किया। उद्योग विभाग से मिले सहयोग ने उनकी यात्रा को सहज बना दिया।

*मुख्यमंत्री उद्यमी योजना*

वर्ष 2018 से लागू की गई मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लाभार्थियों को परियोजना के अनुरूप अधिकतम 10 लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिसमें 50 प्रतिशत राशि अनुदान और शेष 50 प्रतिशत राशि ऋण के रूप में दी जाती है।

वित्तीय वर्ष 2023-24 तक मुख्यमंत्री उद्यमी योजनान्तर्गत चयनित कुल 34,455 लाभार्थियों को परियोजना राशि के रूप में 2800 करोड़ रुपए की राशि विमुक्त की जा चुकी है।

*बिहार लघु उद्यमी योजना*

वहीं, बिहार लघु उद्यमी योजना की शुरुआत वर्ष 2023-24 में हुई थी। यह योजना बिहार जाति आधारित गणना में आर्थिक रूप से गरीब पाए गए परिवारों के आर्थिक उत्थान के लिए लागू की गई है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को स्व-रोजगार हेतु अधिकतम 2 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता अनुदान के रूप में प्रदान की जाती है।

*राज्यव्यापी प्रयास*

इस आयोजन के तहत पूरे राज्य में जिला स्तर पर राशि वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जो जिला पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में हो रहा है।

राज्य के अन्य सभी जिलों में महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र के माध्यम से जिला पदाधिकारी और जिला के जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और बिहार लघु उद्यमी योजना के चयनित लाभार्थियों के बीच क्रमशः प्रथम और द्वितीय किश्त की राशि वितरित की जा रही है।

यह आयोजन राज्य सरकार द्वारा राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओं और युवतियों के बीच उद्यमिता को प्रोत्साहित करने, स्व-रोजगार प्रदान करने और उनके आर्थिक उत्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें उद्यमियों को आर्थिक सहयोग देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास किया जा रहा है।

(पटना से नीलकमल की रिपोर्ट)