Bihar : पूर्व मंत्री के निधन से सियासी गलियारे में शोक की लहर, CM नीतीश ने जताया दुख, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मंत्री रामचंद्र राय के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि रामचंद्र राय ने चार बार विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया और एक बार राज्य मंत्री के रूप में भी अपनी जिम्मेदारी का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया था।
राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने क्षेत्र में वे काफी लोकप्रिय थे। वे एक कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे। सामाजिक कार्यों में भी उनकी गहरी अभिरूचि थी। वे मिलनसार व्यक्ति थे। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
स्व. रामचंद्र राय जी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति और उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
82 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
गौरतलब है कि मोहिउद्दीननगर के पूर्व विधायक रामचंद्र राय अब नहीं रहे। 82 वर्ष की आयु में पटना स्थित आवास पर शनिवार देर रात उनका निधन हो गया। बीते कुछ दिनों से वे अस्वस्थ चल रहे थे। उनका दाह-संस्कार पैतृक गांव मोहिउद्दीननगर के कुरसाहा में होगा। आपको बता दें कि वे कुशल राजनीतिज्ञ के साथ-साथ समस्तीपुर के चर्चित अधिवक्ता भी थे। अपने सियासी जीवनकाल में 4 बार विधानसभा में क्षेत्र के प्रतिनिधित्व का सौभाग्य मिला, जिसमें वे 10 वर्ष तक राजद शासनकाल में कारा राज्य मंत्री रहे।
पहली बार 1980 में विधायक निर्वाचित हुए थे। इंदिरा गांधी की मौत के बाद 1985 में हुए चुनाव में उन्हें अनुग्रह नारायण सिंह ने पराजित किया था। 1990 से लगातार राजद के टिकट पर मोहिउद्दीननगर से विधायक निर्वाचित हुए। 1980, 1990, 1995 व 2005 के चुनाव में विधायक बने थे। राजनीति के अंतिम क्षण 2005 में उन्हें अजय कुमार बुलगानिन से हार का सामना करना पड़ा। फिर सूबे में हुए हुए उपचुनाव में निर्दल चुनाव लड़े, जिसमें उन्हें बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा।