मदरसा सुदृढ़ीकरण योजना को मिली नई रफ्तार : तीन मदरसों के निर्माण प्रस्तावों को मंजूरी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में राज्य सरकार का बड़ा कदम

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PATNA : बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा मदरसा सुदृढ़ीकरण योजना के तहत राज्य के तीन प्रमुख मदरसों के लिए निर्माण प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई है। यह निर्णय विभागीय अनुमोदन समिति की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता सचिव श्री मोहम्मद सोहेल ने की। बैठक में भवन निर्माण, छात्रावास, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, पेयजल, शौचालय और सौर ऊर्जा जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं को शामिल करते हुए प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा के बाद स्वीकृति दी गई। इस पहल का उद्देश्य अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों को मजबूत आधारभूत संरचना प्रदान कर गुणवत्तापूर्ण और समावेशी शिक्षा सुनिश्चित करना है।

गोआपोखर भौआड़ा स्थित इस मदरसे के लिए चार वर्ग कक्ष, चार शौचालय, चार यूरिनल, 50 शैय्या वाले छात्रावास (G+1), समरसेबुल टैंक तथा PHE कार्यों की स्वीकृति दी गई है। इस परियोजना की कार्यकारी एजेंसी के रूप में BSBCCL को नियुक्त किया गया है प्रखण्ड महिषी स्थित इस मदरसे में आठ क्लासरूम, एक कम्प्यूटर लैब, स्नानगृह, शौचालय, पुस्तकालय, बहुउद्देशीय हॉल, सौर ऊर्जा संयंत्र और शुद्ध पेयजल सुविधा की स्थापना की जाएगी। प्रस्तावित कार्यों की अनुमानित लागत ₹1,97,86,738/- रखी गई है।

घनश्यामपुर प्रखंड के शाहपुर गनौन स्थित इस मदरसे में चार वर्ग कक्ष, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय भवन, कार्यालय कक्ष और टाटा शीट युक्त किचन शेड का निर्माण किया जाएगा। इस योजना की अनुमानित लागत ₹2,63,08,600/- है, इस अवसर पर सचिव श्री मोहम्मद सोहेल ने कहा राज्य सरकार अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों को आधुनिक और सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इन मदरसों में बुनियादी सुविधाओं के विकास से छात्रों को बेहतर शैक्षणिक माहौल मिलेगा, जिससे वे प्रतिस्पर्धात्मक दुनिया में अपनी मजबूत पहचान बना सकें।