JHARKHAND NEWS : कसमार में भ्रष्टाचार के कारण 3.50 करोड़ की लागत वाले पुल का पिलर धंसा, विभागीय लापरवाही का खुलासा

बोकारो :बोकारो जिले के कसमार प्रखंड में बन रहे उच्चस्तरीय पुल की ढलाई में विभागीय लापरवाही का मामला सामने आया है। कसमार के बेंदोटांड़ गांव के पूरबटांड़ में 3.50 करोड़ की लागत से बन रहे इस पुल के पिलर की ढलाई के केवल तीन दिन बाद ही यह धंस गया। ग्रामीणों का आरोप है कि पुल निर्माण में भ्रष्टाचार के कारण घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया, जिससे यह हादसा हुआ।
मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत हुआ था पुल का निर्माण
यह पुल मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत स्वीकृत था और इसकी शिलान्यास 28 जनवरी 2024 को सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और तत्कालीन विधायक डा. लंबोदर महतो ने किया था। हालांकि, निर्माण की शुरुआत से ही यह परियोजना विवादों में घिरी रही। पुल की ढलाई के तीन दिन बाद ही पिलर का धंसना यह साबित करता है कि निर्माण कार्य में अनियमितताएं रही हैं।
ग्रामीणों का आरोप - घटिया सामग्री का इस्तेमाल
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पिलर की नींव के दौरान सीमेंट, बालू और गिट्टी का उचित मिश्रण नहीं किया गया। कई ग्रामीणों ने इसके खिलाफ विरोध भी जताया था, लेकिन ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों ने उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया। ग्रामीण इसे ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का परिणाम मानते हैं।
मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने की कार्रवाई की चेतावनी
इस मामले पर राज्य के मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने संज्ञान लिया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने पुल निर्माण में अनियमितता को लेकर जांच का आदेश दिया है। निर्माण कर रहे ठेकेदार कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि पुल के पिलर का पाया धंस गया था, जिसे अब तोड़कर पुनर्निर्माण किया जा रहा है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की उम्मीद
ग्रामीणों के बीच इस मामले को लेकर आक्रोश व्याप्त है और वे उम्मीद कर रहे हैं कि दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी, ताकि ऐसी लापरवाही भविष्य में न हो।