रांची में मंईयां सम्मान योजना कार्यक्रम : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लाभार्थी महिलाओं के बैंक खाते में पैसे किये ट्रांसफर
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोमवार को मंईयां सम्मान योजना के तहत नामकुम के खोजाटोली स्थित आर्मी ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में 56.61 लाख महिलाओं के बैंक अकाउंट में 1415.44 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये. इससे पहले कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया गया.
सीएम ने सोमवार को मंईयां सम्मान योजना के पैसे जारी कर दिये. हालांकि इसे पिछले साल 28 दिसंबर 2024 को ही पैसे ट्रांसफर किया जाना था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद राष्ट्रीय शोक के कारण इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंईयां सम्मान योजना कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार हैं. दशकों तक शोषण झेलने वाला राज्य नई उड़ान के लिए तैयार है.
‘मंईयां सम्मान योजना’के तहत सत्तारुढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने दिसंबर 2024 से मासिक मानदेय 1000 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये का वादा किया था. झारखंड में इंडिया ब्लॉक की चुनावी सफलता के लिए इस योजना को काफी महत्वपूर्ण माना गया है. पिछले साल 2024 अगस्त में शुरु की गई इस योजना में शुरुआत में 18-50 वर्ष की महिलाओं को 1 हजार रुपये दिये गये,जिसमें लगभग 56 लाख लाभार्थी शामिल थे.
‘मंईयां सम्मान योजना’कार्यक्रम में मंत्री संजय यादव,मंत्री इरफान अंसारी,मंत्री हफीजुल हसन, मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, मंत्री चमरा लिंडा, मंत्री राधाकृष्ण किशोर, मंत्री योगेंद्र महतो, मंत्री दीपिका पांडेय, विधायक विकास मुंडा, विधायक सुरेश बैठा, विधायक राजेश कच्छप, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, सांसद महुआ माजी समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
सीएम ने कार्यक्रम में सभी को नववर्ष की बधाई दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सदियों से यह राज्य गरीबी कुपोषण शोषण से जूझता रहा है. देश आजाद होने के बाद से इस राज्य ने देश का पेट भरने का काम किया. पर यहां के लोग भूखे रहे. नंगे बदन रहे. मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद भी न यहां की गरीब खत्म हुई न परेशानी जो चिंता का विषय है. आज देश को विश्व गुरु बनाने का संकल्प लेते हैं, पर आधी आबादी इससे कोसो दूर है. आपने जो सम्मान दिया है उसके लिए कोटि कोटि आभार है. महिलाओं के ऊपर घर की जिम्मेवारी होती है. आपकी भूमिका अब और बड़ी होने जा रही है. अब तो स्वतंत्र रूप से अपने निर्णय के साथ आगे बढ़ पाएंगे. इस व्यवस्था से अब आप सपना भी देखेंगे और उसे पूरा भी करेंगे. विपक्ष इस योजना को लेकर हमारा मजाक उड़ाते थे. कहते थे -कहां से ये पैसे लायेंगे. चुनाव से पहले हमने वादा किया था और चुनाव के बाद पहला कदम पूरा किया. महिलाओं को मेरा सलाम . आपने हमारी बातें मानी और फिर से हमारी सरकार बनाई. सरकार के द्वारा कई योजना आपके लिए है.