नमन : शिक्षक दिवस से पहले RJD ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन के साथ सावित्रीबाई फूले को दी श्रद्धांजलि
PATNA:- पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के पूर्व अवसर पर बिहार की सत्ताधारी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की शिक्षा प्रकोष्ठ की तरफ से शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.इस अवसर पर पार्टी से जुड़े प्रदेश पदाधिकारी, विश्वविद्यालय अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों को संगठन संबंधी प्रमाण पत्र दिए गए.
आरजेडी कार्यालय के जननायक कर्पूरी ठाकुर सभागार में आयोजित समारोह की शुरूआत पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने किया,जबकि शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष कुमार राय की अध्यक्षता सम्मान समारोह का आयोजन हुआ.
इस अवसर पर डॉ राधाकृष्णन के साथ ही शिक्षा की अलख जगाने वाली नेत्री सावित्री बाई फूले के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उनके प्रति श्रद्धासुमन अर्पित की गई और उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने कहा कि महिला शिक्षा की शुरूआत करने वाली सावित्री बाई फूले और पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के तैल चित्र पर माल्यार्पण इसलिए किया जाता है कि उन्होंने चरित्र निर्माण और कार्यों को जो सरजमीन पर अपने विचारों के साथ उतारा उसी कारण उनको हम याद करते हुए उनके विचारों को आगे बढ़ाने का काम करते हैं और उनके प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं। उन महापुरूषों के विचार और व्यक्तित्व को मजबूती प्रदान करने के लिए संवैधानिक अधिकार के प्रति सजग रहते हुए शिक्षित होने और शिक्षा के प्रति संकल्प को मजबूती प्रदान की आवश्यकता है।
इन्होंने आगे कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ने शिक्षा को निःशुल्क करके तथा बिना अंग्रेजी के शिक्षा को बढ़ावा देकर वंचित और गरीब वर्ग के बच्चों को पढ़ने और आगे बढ़ने का मौका दिया जिसे लालू प्रसाद जी ने समाज में चेतना जागृत करने के लिए न सिर्फ चरवाहा विद्यालय की स्थापना की बल्कि गरीबों के बीच जाकर उन्हें पढ़ो या मरो का याद दिलाया और उच्च शिक्षा तथा तकनीकी शिक्षा के प्रति जो भविष्य निर्माण के लिए काम किया है उससे वंचित वर्ग आगे बढ़ें। आज जमात को दिशा देने वाले लोग यहां पर बैठे हैं उन्हें नफरत और अफवाह फैलाने वालों को रोकना होगा और इसके लिए पूरी सजगता के साथ काम करना होगा।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए अब्दुलबारी सिद्दिकी ने कहा कि शिक्षा के सेवा में लगे शिक्षक अगर पढ़ाते नहीं तो आज हमलोग यहां तक नहीं पहुंचते... मगर इन दिनों स्थिति बदल गई है। शिक्षक और विद्यार्थी का रिश्ता परस्पर प्रेम और सहयोग के साथ-साथ शिक्षा के प्रति समर्पण का होना चाहिए जिससे भविष्य का निर्माण बेहतर हो सके.पर इन दिनों उसमें धार की कमी दिख रही है। आज शिक्षकों को अच्छा वेतन भी मिलता है लेकिन प्रतिस्पद्र्धा और पढ़ाये गये बच्चे बेहतर रूप में कैसे सामने आये इस पर ध्यान नहीं होता है। जबकि पहले जब बच्चे बेहतर करते थे तो उन्हें गौरव और सम्मान के रूप में शिक्षक लोगों के बीच बताने का कार्य करते थे और बच्चे भी अपने अभिभावक के साथ उन शिक्षकों को सम्मान की नजरों से देखते थे। बेहतर तालमेल से हीं बेहतर शिक्षा के वातावरण का निर्माण हो सकता है।
सिद्धकी ने शिक्षक प्रकोष्ठ के नेताओं से कहा कि अपने इलाके के शिक्षा और शिक्षकों की समस्याओं को पदाधिकारियों के साथ-साथ प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष और समय-समय पर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को भी बताने का काम करें जिससे कि बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति महागठबंधन सरकार का जो संकल्प है उसे मजबूती प्रदान किया जा सके।
इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चैधरी, राष्ट्रीय महासचिव जयप्रकाश नारायण यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, वृषिण पटेल, डा0 विनोद कुमार यादवेन्दु, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, चितरंजन गगन, डॉ उर्मिला ठाकुर, प्रदेश महासचिव प्रो0 कुमार चन्द्रदीप, मदन शर्मा, खुर्शीद आलम सिद्दिकी, संजय यादव, प्रमोद कुमार राम, अभिषेक सिंह, नन्दू यादव, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द सहनी, शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रधान महासचिव योगेन्द्र यादव, प्रकोष्ठ के पदाधिकारी पुनम मणी शर्मा, प्रो0 डॉ उदय कृष्ण, रीतू कुमारी, मो0 सफी अहमद, मोहन कुमार, डॉ धनंजय कुमार धवन, जेम्स कुमार यादव, उपेन्द्र चन्द्रवंशी, मनोज यादव सहित अन्य गणमान्य नेतागण उपस्थित थे।