RJD माई-बाप की नहीं 'ससुराल' की पार्टी : आनंद मोहन के बयान पर मचा घमासान, भड़कीं राबड़ी देवी, जानिए 'ससुराल' का क्या है मतलब
NEWS DESK : जनविश्वास यात्रा के दौरान पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव द्वारा दिए गये बयान पर बिहार में घमासान मच गया है। बीते दिनों मुजफ्फरपुर में तेजस्वी ने आरजेडी को MY और BAAP की पार्टी बताया था, जिसपर अब पूर्व सांसद आनंद मोहन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि आरजेडी माई और बाप की नहीं बल्कि "ससुराल" की पार्टी है। उन्होंने ससुराल का मतलब भी विस्तार से समझा दिया है।
आनंद मोहन के बयान पर मचा सियासी बवाल
आनंद मोहन ने समस्तीपुर के मोहिउद्दीनगर के रासपुर पतसिया में आयोजित पृथ्वी राज चौहान जयंती समारोह को संबोधित करते निशाना साधा। उन्होंने "ससुराल" का मतलब भी समझाया और कहा कि
स से साधु
सु से सुभाष
रा से राबड़ी
और
ल से लालू ।
आनंद मोहन ने समझाया "ससुराल" का नया मतलब
आनंद मोहन के इस बयान पर सियासत गरमा गई है। आनंद मोहन ने लालू फैमिली पर बरसते हुए कहा कि आरजेडी माई-बाप से पहले 'ससुराल' की पार्टी थी और आज फिर से ससुराल की ही पार्टी है लेकिन अब इसका मतलब बदल गया है। आनंद मोहन ने कहा कि तेजस्वी यादव के जमाने में अब ससुराल तो है लेकिन अर्थ नया हो गया है। अब ससुराल का मतलब है -
स से संजय
सु से सुनील
रा से राजश्री और
ल से लफुअन
उन्होंने कहा कि ठाकुर का कुंआ नापने की बात कही तो ठाकुर के कुएं ने सरकार भी गिराया और शपथ ग्रहण भी करवाया।
2 के बदले दिया 200 सीटों पर समर्थन
आनंद मोहन ने तंज कसते हुए कहा कि चपरासी के बेटे से ऋण नहीं लिया और कर्ज नहीं खाया। आपने दो सीट दिया और दो सौ सीटों पर समर्थन लिया। चेतन आनंद टिकट के लिए कहीं आवेदन नहीं दिया। खुद ही जेल में आकर संपर्क किया गया था और कहा गया था कि हम अछूत नहीं है, हमपर यकीन कीजिए।
"जो हिसाब करना था..हो गया"
वहीं बेटे चेतन आनंद के पाला बदलने के सवाल पर आनंद मोहन ने कहा कि चेतन ने पाला नहीं बदला। वह डंके की चोट पर विपक्ष को छोड़ सत्ता पक्ष में मजबूती से जाकर बैठ गया। जो हिसाब करना था, वह हिसाब हो गया। उन्होंने कहा कि वह भौंकने वालों को जबाब नहीं देंगे। वक्त आने पर जब जुबान खोलेंगे तो सभी नंगे हो जाएंगे।
आनंद मोहन के बयान पर भड़की राबड़ी देवी
आनंद मोहन के इस नये बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भड़क गयी है और उन्होंने तीखा प्रतिकार किया है। राबड़ी देवी ने कहा है कि आरजेडी सभी के ससुराल की पार्टी है। सिर्फ लालू यादव के ससुराल की पार्टी नहीं है। उनके यहां भी भाई-भतीजावाद है। सबसे अधिक परिवारवाद तो बीजेपी में है।