यूक्रेन में साहेबगंज के 4 छात्र फंसे : परिजनों की सरकार से गुहार, बेचैन मां दिन-रात प्रार्थना में जुटी
साहेबगंज : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान ही साहेबगंज जिले के 4 मेडिकल के छात्र भी फंसे हैं। सभी छात्रों के परिजन उनकी सुरक्षित वापसी को लेकर उपायुक्त के माध्यम से भारत सरकार और राज्य सरकार से गुहार लगा रहे हैं। वहीँ एक छात्र की मां दिन-रात प्रभु के सामने बैठी अपने लाल की सलामती के लिए प्रार्थना किये जा रही है। उनकी आँखों से आंसुओं की अविरल धारा लगातार बह रही है। इस मंजर को जिसने भी देखा उसके भी आंखें छलक उठीं।
बता दें कि साहेबगंज डीसी रामनिवास यादव ने चारों छात्रों के फंसे होने की पुष्टि करते हुए कहा है कि साहेबगंज जिले के चार मेडिकल छात्र जो यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे थे इस युद्ध की घड़ी में फंसे हुए हैं जिनके परिजनों ने उन्हें सुरक्षित बचाने को लेकर जिला प्रशासन के माध्यम से भारत सरकार से गुहार लगाई है। जिसमें राजमहल के अशफाक अहमद पिता मनीरूद्दीन शेख राधा नगर के मोहम्मद मसरूर अहमद पिता मोहम्मद बदरुद्दीन शेख साहेबगंज पुरानी साहेबगंज के शिव कांत ओझा पिता महिपलेश्वर ओझा और तीनपहाड़ के फैजान अहमद पिता मोहम्मद अल्ताफ अहमद यूक्रेन के कीव शहर में फंसे हुए हैं।
साथ ही कहा है कि भारत सरकार छात्रों को पूरी सहायता पहुंचाने और इस विकट परिस्थिति में यूक्रेन से वापसी का रास्ता निकालने की हर संभव कोशिश कर रही है। जल्द ही सभी मेडिकल छात्र अपने वतन वापस आ जायेंगे।
वहीँ यूक्रेन में फंसे शिव कांत ओझा के घर में बेचैनी छाई हुई है। छात्र की मां भगवान के सामने बैठकर दिन रात अपने बेटे की सलामती के लिए प्रार्थना कर रही है। इस दौरान उनकी आँखों से आंसुओं की अविरल धारा लगातार बह रही है। इस मंजर को जिसने भी देखा उसके भी आंखें छलक उठीं।
छात्र शिवकांत ओझा ने अपने परिजनों को बातचीत के दौरान बताया था कि यूक्रेन में जहां ये रह रहे हैं उन इलाकों में मेट्रो स्टेशन और एयर पोर्ट पर लगातार बमबारी हो रही है। हालत बहुत ही चिंताजनक है। वह किसी बंकर में छिप कर अपनी जान बचा रहे हैं।