पटना में महिला मरीज का हाथ-पैर बांध कर इलाज : मौत के बाद भड़के परिजन, दो डॉक्टर को लिया गया हिरासत में

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Treatment of female patient by tying hands and feet in Patna Family furious after death, two doctors were taken into custody Treatment of female patient by tying hands and feet in Patna Family furious after death, two doctors were taken into custody

PATNA : छठ की रौनक के बीच पटनासिटी से मरीज के मौत पर अस्पताल में हंगामा की खबर सामने आयी है । मामला पटनासिटी के मोर्चा रोड स्थित लक्ष्मी इमरजेंसी हॉस्पिटल नामक निजी अस्पताल की है जहाँ एक महिला की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया । अस्पताल में तोड़फोड़ के साथ अस्पताल के दो डॉक्टर के साथ जम कर मार पीट किया और नर्स के साथ बदसलूकी की है ।

हंगामा की सूचना मिलते ही चौक थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और काफी मसक्कत के बाद मामले को शांत करवा कर दो डॉक्टर और मृतका के पति एवं पिता को थाने ले आयी । घटना के बारे में बताया जाता है कि बख्तियार पुर के शालिमपुर थाना क्षेत्र स्थित मिल्कीपर गॉव निवासी 30 वार्षिक चिंकीं देवी को बेचैन स्थिति में जौंडिस के इलाज के लिए कल बीते मंगलवार को सुबह नौ बजे लक्ष्मी इमरजेंसी हॉस्पिटल मोर्चा रोड पटना सिटी लाये थे जिसकी इलाज के दौरान देर रात मौत हो गयी ।

आज सुबह जैसे ही परिजनों को सूचना मिली तो दर्जनों परिजनों लोग अस्पताल पहुंचे और अस्पताल की लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे । मृतका के पति धनंजय कुमार ने बताया कि अस्पताल में एडमिट करने के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने मेरी पत्नी का हाथ पैर बांध दिया । अल्ट्रासाउंड के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था नही गया , मरीज के ढाई घण्टे तक तड़पने के बाद कहा गया कि एम्बुलेंस नही मिल रहा उसके बाद हमलोग टेम्पो से राजेंद्र नगर जाकर अल्ट्रासाउंड करवाये जहाँ रिपोर्ट में कुछ नही निकला । मरीज पानी मांगती रही लेकिन डॉक्टर ने हाथ नहीं खोला ।

आज सुबह बताया गया कि मरीज की मौत हो गयी है । डॉक्टर ने बताया कि मरीज की हार्ट अटैक से मौत हुई है , मरीज बेचैनी स्थिति में थी इस लिए पैर हाथ बांधा गया था । मृतका के पिता ने बताया कि मेरी बेटी पैर हाथ बांधने के कारण हार्ट अटैक हो गया । मेरी बेटी कई बार पैर हाथ खोलने के लिए मिन्नत करती रही लेकिन यहाँ के लोग नही खोले और हमलोगों से कि ऐसे ही इलाज होता है हमारे यहाँ ठीक नही होगा तो कही भी ठीक नही होगा ।उन्होंने बताया कि यहां के डॉक्टर और नर्स की लापरवाही की वजह से मेरी बेटी की मौत हुई है ।

वही इस मामले पर चौक थानाध्यक्ष गौरीशंकर गुप्त ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण करने के लिए अस्पताल के दो डॉक्टर को हिरासत में ले लिया गया है । अभी परिजनों ने लिखित आवेदन नहीं दिया है । आवेदन मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी ।