प्रशांत किशोर के जन सुराज अभियान से घबरायी RJD : पार्टी में मचा हड़कंप, नेताओं को चिट्ठी जारी कर दे दी चेतावनी, कहा : किया ऐसा काम तो...

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RJD scared of Prashant Kishor's Jan Suraj campaign RJD scared of Prashant Kishor's Jan Suraj campaign

PATNA : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के जनसुराज अभियान ने बिहार की सियासत में खलबली मचा दी है। जी हां, जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर द्वारा राजनीतिक पार्टी बनाने के एलान के साथ बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी में खलबली मच गयी है।

जन सुराज अभियान से घबरायी RJD

प्रशांत किशोर के अभियान से लालू प्रसाद की पार्टी की घबराहट बढ़ गयी है लिहाजा पार्टी ने आनन-फानन में कार्यकर्ताओं के लिए एक चिट्ठी जारी की है। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के हस्ताक्षर वाले इस लेटर में लिखा हुआ है कि आए दिन प्रायः सभी जिलों में ऐसा देखने को मिला है कि हमारी पार्टी के कार्यकर्ता/नेता "जन सुराज पार्टी" में सहयोगी/सदस्य बन रहे है, जो चिंता का विषय है।

PK को बताया BJP की 'बी' टीम

विदित हो कि जन सुराज पार्टी एक राजनीतिक पार्टी है, इसके संस्थापक प्रशांत किशोर उर्फ प्रशांत किशोर पाण्डेय जी हैं। यह पार्टी भारतीय जनता पार्टी और देश के धर्मावलंबी लोगों द्वारा संचालित तथा वित्तीय पोषित है अर्थात भारतीय जनता पार्टी की "बी" टीम है।

कहा : न करें दलविरोधी काम

आप सभी साथियों से अनुरोध है कि ऐसे लोगों के बहकावे में न आएं, उनकी मंशा राष्ट्रीय जनता दल को कमजोर करने और भाजपा की शक्ति को बढ़ावा देने की है। जिन साथियों को लालू प्रसाद जी का सामाजिक न्याय और साम्प्रदायिक सौहार्द एवं बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेदकर, डॉ. राममनोहर लोहिया, महात्मा गांधी, डॉ. पेरियार, महात्मा ज्योतिराव फूले, जननायक कर्पूरी ठाकुर, लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के विचारों से वास्ता है, वो दल विरोधी काम न करें अन्यथा दल उन पर समुचित कार्रवाई करेगी।

गौरतलब है कि हाल ही में प्रशांत किशोर अपनी पदयात्रा के दौरान किशनगंज में थे, जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने मुस्लिम समाज से अपील करते हुए कहा कि मुस्लिम समाज को याद करना चाहिए कि आप यहां बंगाल से मात्र 20 किलोमीटर की दूरी पर रहते हैं। जब भी मुस्लिम समाज को लगे कि प्रशांत किशोर पर भरोसा करना चाहिए कि नहीं? तो मैं आपको बस याद दिलाना चाहूंगा कि पिछले 10 बरस में आपके और आपके कौम पर सबसे बड़ा संकट CAA-NRC का आया था। CAA-NRC का संकट इतना बड़ा था कि मुस्लिम समाज की महिला भी सड़क पर आ गई थी और धरना-प्रदर्शन पर बैठी थी। आप याद कीजिए कि CAA-NRC का संकट कब रुका? संकट तब रुका, जब 2 मई 2021 को बंगाल में हमने उन्हें शिकस्त दी।

सिर्फ लड़ने के लिए लड़ना है तो लालटेन को पकड़े रहिए लेकिन...

इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा था कि मैं मुस्लिम समाज के लोगों से बस इतना ही कहना चाहूंगा कि अगर लड़ने के लिए लड़ना है तो लालटेन को पकड़े रहिए, मगर आप भाजपा को बिहार में पटक देना चाहते हैं तो जनसुराज के साथ जुड़िए। मैं आपको दावे के साथ जिताने का भरोसा दिला रहा हूं। हमने बहुतों को जिताया है, इस बार आपका हाथ पकड़ रहे हैं। आप बिहार के लोगों को भी हारने नहीं देंगे।