जमीन कारोबारी को भेजा गया जेल : शेखर कुशवाहा से ईडी की पूछताछ खत्म, 10 दिनों की रिमांड के बाद PMLA कोर्ट में किया पेश

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Land businessman Shekhar Kushwaha sent to jail Land businessman Shekhar Kushwaha sent to jail

रांची :जमीन कारोबारी शेखर कुशवाहा से 10 दिनों की पूछताछ के बाद बिरसा मुंडा कारा भेज दिया गया. इडी ने 10 दिनों की पूछताछ के बाद शेखर कुशवाहा को पीएमएलए (प्रीवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) की विशेष कोर्ट में पेश किया पेशी के बाद कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

1 करोड़ में 100 करोड़ की जमीन हड़पने की साजिश की

ईडी ने भूमि घोटाले से संबंधित केस में शेखर कुशवाहा को 14 जून को गिरफ्तार किया था. शेखर पर बड़ंगाई अंचल के चेशायर होम रोड स्तिथ 4.83 एकड़ जमीन पर कब्जा करने का आरोप है. बताया जा रहा है कि 100 करोड़ की जमीन हड़पने की साजिश रची गयी थी. साथ ही फर्जी डीड के सहारे जमीन कब्जा कर लिया था. शेखर कुशवाहा सीएनटी जमीन को सामान्य बनाकर जमीन की खरीद बिक्री करता था.. इस काम में फर्जी दस्तावेज बनाने के मास्टरमाइंड रिम्स का रेडियोलाजिस्ट अफसर अली, मोहमद सदाम के अलावा सरकारी अधिकारियों के साथ शेखर मिलता-जुलता रहता था.

आदिवासी जमीन को जनरल बना कर बेचने का गोरखधंधा

जमीन घोटाला मामले में ईडी ने शेखर कुशवाहा के ठिकाने पर दो बार छापेमारी की थी. कई बार पूछताछ के लिये शेखर को ईडी ने समन किया था. लेकिन वो ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं हो रहा था. बाद में ईडी ने उसे गिरफ्तार किया और कोर्ट से रिमांड लेकर 10 दिनों तक पूछताछ की. कुशवाहा से अब तक की हुई पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं. उसने एजेंसी को यह जानकारी दी है कि आदिवासी जमीन को जनरल बना कर बेचने का गोरखधंधा करने के खेल में कौन-कौन शामिल हैं. वहीं शेखर कुशवाहा ने ईडी के समक्ष कई ऐसे नाम कबूले हैं, जो लैंड स्कैम के सिंडिकेट में शामिल हैं. शेखर के बयान पर ही कांके रोड में कमलेश कुमार के यहां इडी ने छापा मारा था.

राजस्व कर्मी से मिलकर फर्जी सेल डीड तैयार की थी

शेखर कुशवाहा ने अपने सहयोगी प्रियरंजन सहाय, सद्दाम हुसैन, विपिन सिंह, इरशाद अंसारी, अफसर अली के साथ मिलकर राजस्व कर्मी भानु प्रताप प्रसाद की मिलीभगत से वर्ष 1971 की फर्जी सेल डीड तैयार की थी. कोलकाता के रजिस्ट्री कार्यालय में रखें मूल दस्तावेज से छेड़छाड़ कर इस सेल डीड को तैयार किया गया था. 4. 83 एकड़ जमीन एक भोक्ता परिवार का है, जिसका नाम बदलकर दूसरे के नाम से जनरल जमीन बनाया गया था