अरेस्ट होंगे लालू के साले सुभाष यादव : लटकी गिरफ्तारी की तलवार, पुलिस ने घर पर चिपकाया इश्तेहार
DESK : आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव के साले और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के भाई सुभाष यादव पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। बीते दिन सुभाष यादव के घर पर पुलिस ने कुर्की का इश्तेहार चिपका दिया है। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पटना के राजा बाजार स्थित उनके मकान पर बैंड बजाकर इश्तेहार चिपकाया है।
जानकारी मिल रही है कि मंगलवार शाम हवाई अड्डा थाना क्षेत्र के राजा बाजार स्थित कौटिल्य नगर स्थित विधायक कॉलोनी आवास पर बिहटा पुलिस ने नोटिस चिपकाया है। नोटिस के माध्यम से लगभग आठ माह से फरार चल रहे पूर्व सांसद सुभाष यादव को हाजिर होने को कहा गया है। स दौरान पुलिस ने कहा कि अगर 30 दिनों में वह सरेंडर नहीं करते हैं तो उनके घर की कुर्की जब्ती होगी।
चिपकाया इश्तियार...
दरअसल मामला रंगदारी और जबरन जमीन दखल करने का है जहां पटना जिले के बिहटा थाना और नेउरा थाना की पुलिस ने आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के साले सुभाष यादव के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पूर्व सांसद सुभाष यादव के घर पर न्यायालय के आदेश पर गिरफ्तारी को लेकर इश्तियार चिपकाया गया है। इस संबंध में बिहटा सर्किल इंस्पेक्टर कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि बिहटा थाना कांड संख्या 425 / 23 मामले में मुख्य आरोपी पूर्व सांसद सुभाष यादव फरार चल रहे हैं। इसी मामले में कोर्ट के आदेश पर नोटिस चिपकाया गया है।
जमीन दखल और रंगदारी संबंधित मामला दर्ज
जानकारी मिल रही है कि बिहटा थाना के नेउरा थानाक्षेत्र के बेला गांव निवासी भीम वर्मा ने पिछले साल 4 मई 2023 को पूर्व सांसद सुभाष यादव के खिलाफ जमीन दखल और रंगदारी संबंधित मामला दर्ज कराया था। सुभाष यादव, उनकी पत्नी, बेटा सहित सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामला 27 फरवरी 2021 का है। पीड़ित नेउरा थाना भीम वर्मा (पिता सुरेश वर्मा) ने प्राथमिकी में बताया कि मैंने गांव के ही अरूण कुमार से तीन महीने के लिए जमीन का एग्रीमेंट किया था लेकिन अरूण सिंह ने जमीन के पैसे नहीं दिए और एग्रीमेन्ट पेपर भी नहीं दिया। इसके बाद पूर्व राज्य सभा सांसद सुभाष प्रसाद यादव की पत्नी रेणु दवी को 96 लाख में जमीन रजिस्ट्री कर दिया।
हत्या करवाने की दी धमकी
शिकायतकर्ता (भीम वर्मा) ने आरोप लगाया कि जमीन रजिस्ट्री कराने से पहले सुभाष यादव को बताया गया था कि जमीन को लेकर पहले से अरूण कुमार से एग्रीमेन्ट है। उस समय सुभाष प्रसाद यादव ने कहा कि फिर भी जमीन हम ले लेंगे। अगले दिन सुभाष कुमार ने मुझे मेरी मां और भाई के साथ अपने घर बुलाया। जहां सुभाष यादव ने मां और भाई को बंधक बनाकर मुझसे 60 लाख 50 हजार रुपये मंगवाए। जब मैंने लिखित में मांगा तो उन्होंने गोली मारने की धमकी दी। साथ ही उन्होंने धमकाया कि अगर इस बारे में किसी को बताया तो तुम्हारी हत्या करवा दी जाएगी।