आजसू पर जयराम महतो की नजर : जेबीकेएसएस की नजर उन सीटों पर जहां आजसू पार्टी है मजबूत

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 JBKSS eyes those seats where AJSU party is strong  JBKSS eyes those seats where AJSU party is strong

रांची. झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) के प्रणेता जयराम महतो झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में आजसू पार्टी के वोट बैंक में सेंधमारी की तैयारी में हैं. जयराम महतो नौ सीटों पर फोकस कर रहे हैं, जहां आजसू पार्टी अपने आप को मजबूत मानती है. इसमें सिल्ली, ईचागढ़, मांडू, रामगढ़, गिरिडीह, डुमरी, गोमिया, हजारीबाग और बाघमारा सीट प्रमुख है. नेता निर्मल महतो, विनोद बिहारी महतो, सुधीर महतो, शैलेंद्र महतो, टेकलाल महतो, सुदेश महतो के बाद अब जयराम महतो राजनीति के उभरते हुए नेता हैं. झारखंड अलग राज्य के गठन औऱ आंदोलन में सुदेश महतो तेजी से उभरे थे. झारखंड विधानसभा चुनाव में पांच-पांच विधायक जीता कर लाने वाले सुदेश महतो खुद अपनी गृह सीट सिल्ली से दो बार चुनाव हार गए. पांच से खिसक कर पार्टी दो सीटों तक सिमट गयी थी. वर्तमान में सुदेश महतो आजसू पार्टी के सुप्रीमो हैं.

अलग राज्य के गठन के पहले से लेकर झारखंड बनने के 15 से 18 साल तक सुदेश महतो और आजसू पार्टी की राजनीतिक गलियारे में प्रमुख रही. लगभग हर सरकार में इनकी भागीदारी रही थी. अब झारखंड आंदोलन के कृष्ण प्रसाद महतो के पुत्र जयराम महतो अब तेजी से ऊभर रहे हैं. जयराम महतो के नजदीकी यह बताते हैं कि आजसू पार्टी और उनके सुप्रीमो सुदेश महतो ही उनके निशाने पर हैं. 24 के विधानसभा चुनाव में हमलोग किंग मेकर की भूमिका में रहेंगे. यही कारण है कि अचानक से जयराम महतो झारखंड के तमाम बड़े राजनीति दल जैसे भाजपा, कांग्रेस और झामुमो की पसंद बन गए हैं. लोकसभा चुनाव में गिरिडीह, रांची, हजारीबाग समेत आधा दर्जन से अधिक सीटों पर जयराम महतो की पार्टी ने उम्मीदवार दिये थे. इसमें से लगभग सभी जगहों पर जयराम की पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था. पिछले दिनों लोकसभा चुनाव के दौरान परचा भरने गये बोकारो समाहरणालय में जयराम महतो की गिरफ्तारी के लिए रांची से पुलिस की टीम भी गयी थी. पर टीम की हिरासत से ही जयराम फरार हो कर सुर्खियों में आ गये थे.

रांची से दीपक कुमार की रिपोर्ट..